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रीवा के देवरा गांव में खेत से निकली पौराणिक मूर्ति, बह रही भक्ति की बयार, पहुंच रहे बीमार और परेशान

रीवा के देवरा गांव में खेत से निकली पौराणिक मूर्ति, बह रही भक्ति की बयार, पहुंच रहे बीमार और परेशान
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MP Rewa News : रीवा जिले के मनगंवा क्षेत्र के देवरा गांव में पौराणिक मूर्ति मिलने से ग्रामीण भक्तिमय हैं.

खेत में मिली पौराणिक मूर्ति से रीवा जिले के मनगंवा क्षेत्र के देवरा गांव में भक्ति की बयार बह रही है। बताया जाता है कि गांव के लोग ने सिर्फ वहां भजन कीर्तन कर रहें हैं बल्कि बीमार-परेशान लोग भी पहुंच कर आस्था में डुबकी लगाकर अपनी समस्या दूर कर रहे हैं। यह गांव मूर्ति निकलने एवं समस्या का निराकरण होने के चलते चर्चा का विषय बना हुआ है। बहरहाल सच्चाई चाहे जो भी हो लेकिन देवरा गांव आस्था से सराबोर है।

ऐसे चर्चा में आया देवरा गांव

देवरा गांव के ग्रामीणों का दावा है कि गांव के ही रामपूजन विश्वकर्मा के खेत में पौराणिक शिलापट्रिटका से मूर्ति निकली है। जहां बुद्धसेन पटेल नामक पंडा का कहना है कि मां इस गांव में पधारी हैं। उन्हे सपने में मां ने कहा कि जिस स्थान पर यह मूर्ति है वहां मंदिर बनना चाहिए।

भक्ति में डूबे ग्रामीण

गांव में पौरणिक मूर्ति निकलने की खबर तेजी से पूरे इलाके में फैल गई और वहां पहुंचे भक्त अब फल-फूल एवं दक्षिणा आदि चढ़ा रहे हैं। तो वहीं पंडा के द्वारा लोगों की समस्या सुनी जा रही है। वे सभी को मूर्ति के सबंध में जानकारी देने के साथ ही लोगों की समस्या दूर करने का उपाय भी बता रहे हैं।

पहुंच रहे लकवा-बात के मरीज

बताया जा रहा है कि देवरा गांव में आस्था और भक्ति तो तेजी के साथ बढ़ ही रही है वही अब बीमार परेशान लोग भी अपनी समस्या लेकर वहां पहुंच रहे हैं। लकवा-बात एवं अन्य असाद्ध रोगों से ग्रसित लोग अपनी पीड़ा को दूर करने के लिए देवरा गांव में पहुंच कर समस्या का निराकरण कर रहे हैं। सच्चाई चाहे जो भी हो लेकिन लोगों के लिए इन दिनों देवरा गांव आस्था एवं समस्या के निराकरण का केन्द्र बना हुआ है।

ज्ञात हो कि समय-समय पर इस तरह के भक्ति की बयार बहती रही है और बीमार परेशान लोग वहां पहुंच कर अपनी समस्या के निदान की खोज करते रहे हैं। उसी तरह एक बार फिर रीवा जिले के देवरा गांव में मूर्ति निकलने और समस्या निराकरण का दावा किया जा रहा है।

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