रीवा

REWA: अपने दोनों पैरों से लिखाई करके कृष्ण कुमार बना था मेधावी, नहीं मिली वादे के अनुरूप मदद

REWA: अपने दोनों पैरों से लिखाई करके कृष्ण कुमार बना था मेधावी, नहीं मिली वादे के अनुरूप मदद
x
MP Rewa News: रीवा जिले के मउगंज क्षेत्र का रहने वाला दिव्यांग मेधावी छात्र कृष्ण कुमार ने शासन के व्यवस्था पर उठाया सवाल.

MP Rewa News: कहते हैं कि इच्छा शक्ति से कुछ भी संभव हो सकता है और ऐसी ही इच्छा शक्ति के साथ पढ़ाई कर रहे दिव्यांग कृष्ण कुमार ने बोर्ड की परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित करके वह रीवा जिले (Rewa District) का मेधावी छात्र (Medhavi Student) बना था, लेकिन वह शासन की योजनाओं से वंचित है और इससे वह काफी आक्रोषित भी है। उसका कहना है कि पहले तो भगवान ने उसके साथ मजाक किया है, और अब लोग उसका मजाक उड़ा रहे है।

दोनों पैर के सहारे करता है लिखाई

कृष्ण कुमार के दोनों हाथ जन्म से ही नही है। वह चल-फिर और बोल तो सकता है लेकिन हाथ न होने से वह लिखाई करने के लिए अपने दोनों पैरों का उपयोग करने लगा और इसमें वह सफल हो गया। पैरों के सहारे लिखाई करके उसने बोर्ड परीक्षा में 82 प्रतिशत अंक अर्जित किया था। कृष्ण कुमार का कहना है कि मेधावी छात्र होने के बाद भी उसे शासन से कोई लाभ नहीं मिला है।

मुख्यमंत्री ने किया था वादा

कृष्ण कुमार ने बताया कि वर्ष 2020 में वह मेधावी छात्र बना था, तब मुख्यमंत्री ने उसके आगे की पढ़ाई और सभी तरह की सुविधाओं के लिए वादा किया था, वह अपने आगे की पढ़ाई किसी तरह से कर रहा, लेकिन मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए आश्वासन का उसे कोई लाभ आज तक नहीं मिला।

कहा रोजगार की है मांग

सोमवार को कृष्ण कुमार रीवा कलेक्टर से मिलने उनके कार्यालय पहुंचा था। जहां उसने मीडिया से चर्चा करते हुए अपना दर्द बयां किया वहीं कलेक्टर से रोजगार एवं पढ़ाई की सुविधा की मांग किया है। उसका कहना है कि शासन-प्रशासन अगर उसे कोई रोजगार मुहैया कर दे तो वह अपना घर चलाने के साथ ही आगे की पढ़ाई भी कर पाएगा, अन्यथा उसके सपने अब चूर-चूर हो रहे है।

वर्जन

कृष्ण कुमार नामक दिव्यांग ने आवेदन दिया है। शासन की जो योजनाएं है, उसके तहत उसे पूरी सुविधा मुहैया कराई जाएगी।

मनोज पुष्प, कलेक्टर रीवा।

Next Story