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खरगोन कलेक्टर का नंबर हैक कर Cyber Fraud: रीवा कनेक्शन आया सामने, दो संदिग्ध हिरासत में

खरगोन कलेक्टर का नंबर हैक कर Cyber Fraud: रीवा कनेक्शन आया सामने, दो संदिग्ध हिरासत में
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खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल के मोबाइल नंबर को हैक कर साइबर ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस जांच में ट्रांजेक्शन रीवा के खातों में होने का खुलासा हुआ। दो संदिग्ध हिरासत में हैं और जांच जारी है।
• खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल का मोबाइल नंबर हैक कर साइबर ठगी
• पुलिस जांच में रीवा कनेक्शन आया सामने
• ट्रांजेक्शन रीवा के बैंक खातों में, एटीएम से निकाली गई रकम
• दो संदिग्ध हिरासत में, मुख्य आरोपी अभी भी फरार

कलेक्टर भव्या मित्तल के नंबर को हैक कर की गई Cyber ठगी में रीवा कनेक्शन, दो संदिग्ध पकड़े

रीवा / खरगोन। खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल के मोबाइल नंबर और वॉट्सऐप अकाउंट को हैक कर की गई साइबर ठगी में अब रीवा कनेक्शन सामने आया है। शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि ठगों द्वारा अधिकारियों से झांसा देकर मंगवाए गए पैसों को जिन बैंक खातों में भेजा गया था, वे रीवा जिले के ही थे। ठगी की रकम इन्हीं खातों से एटीएम बूथों के माध्यम से निकाली गई।

व्हाट्सऐप हैकिंग के जरिए की गई थी ठगी

घटना तब सामने आई जब कलेक्टर भव्या मित्तल के वॉट्सऐप को वियतनाम के नंबर +84339410118 से हैक कर लिया गया। इसके बाद साइबर अपराधियों ने प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों को मैसेज भेजकर तत्काल आर्थिक सहायता की मांग की। यह मैसेज देखकर खरगोन जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त इकबाल हुसैन आदिल ने लगभग एक लाख रुपए ठगों द्वारा बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए। शिकायत मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और साइबर सेल के साथ जांच शुरू की गई।

रीवा के खातों में गया पैसा, एटीएम फुटेज से मिले दो संदिग्ध

बैंक खातों की जांच में पता चला कि ट्रांजेक्शन रीवा में स्थित खातों में किए गए थे। इसके बाद खरगोन पुलिस की टीम रीवा पहुंची और जॉन टावर तथा लैंडमार्क क्षेत्र के एटीएम बूथों की फुटेज खंगाली। फुटेज में दो संदिग्ध युवक पैसे निकालते हुए स्पष्ट दिखाई दिए। पुलिस इन दोनों की पहचान कर रही है और इनके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

किराए के बैंक खातों का उपयोग, कमीशन के लालच में दिए गए खाते

प्रारंभिक जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि ठगी में जिन खातों का इस्तेमाल किया गया, वे ‘किराए’ के बैंक खाते थे। कुछ लोगों ने कमीशन मिलने की उम्मीद में अपने खाते इन साइबर अपराधियों को सौंप दिए थे। पुलिस ने ऐसे खाताधारकों को चिन्हित कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। यह भी आशंका है कि ये खाते विभिन्न राज्यों में चल रहे साइबर ठगी गिरोहों से जुड़े हो सकते हैं।

रीवा में पूछताछ शुरू, मुख्य आरोपी अभी फरार

खरगोन एसपी रविन्द्र वर्मा ने बताया कि जांच में रीवा से महत्वपूर्ण इनपुट मिले हैं। पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है, जबकि कुछ अन्य लोग अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। एसपी ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और विवेचना पूरी होने पर बड़े खुलासे हो सकते हैं।

जांच में साइबर नेटवर्क के बड़े लिंक उजागर होने की संभावना

अधिकारियों का मानना है कि इस ठगी के पीछे किसी संगठित साइबर नेटवर्क की भूमिका हो सकती है, जो विभिन्न राज्यों तक फैला हुआ है। वॉट्सऐप हैकिंग से लेकर बैंक खातों के उपयोग और एटीएम से कैश निकासी तक, घटनाक्रम बेहद संगठित तरीके से अंजाम दिया गया है। पुलिस टीम इस मामले को हाई-प्रोफाइल साइबर ठगी से जोड़कर देख रही है और अन्य राज्यों के साइबर विशेषज्ञों से भी जानकारी साझा की जा रही है।

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