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रीवा में नियमों को ताक में रख प्राचार्य ने अतिथि विद्वानों को निकाला, एडी से शिकायत

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MP Rewa News: टीआरएस कॉलेज में कार्यरत अतिथि विद्वानों को प्राचार्य द्वारा नियमों को ताक में रख नौकरी से निकाल दिया गया है।

MP Rewa News: शासकीय टीआरएस कॉलेज में कार्यरत अतिथि विद्वानों को प्राचार्य द्वारा नियमों को ताक में रख नौकरी से निकाल दिया गया है। अतिथि विद्वानों की माने तो प्राचार्य द्वारा हायर एजुकेशन (Higher Education) की गाइड लाइन (Guideline) का पालन किए बिना ऐसा किया गया है। प्राचार्य की गलती का खामियाजा अब अतिथि विद्वानों को उठाना पड़ रहा है। अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा द्वारा नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन अतिथि विद्वानों को दिया गया है।

क्या कहते हैं अतिथि विद्वान

अतिथि विद्वानों ने अपने सौंपे ज्ञापन में कहा कि प्राचार्य द्वारा आठ अतिथि विद्वानों को बिना नोटिस दिए ही नौकरी से निकाल दिया है। प्राचार्य का कहना है कि महाविद्यालय में संचालित 13 एमफिल के कोर्स को समाप्त कर दिया गया है। जिसके कारण उन्हें हटाया जा रहा है, जबकि अभी हायर एजुकेशन से एमफिल कोर्स बंद करने संबंधी कोई आदेश नहीं आया है। इसके अलावा अगर एमफिल का कोर्स बंद हो ही रहा है तो अतिथि विद्वानों को यूजी-पीजी कोर्स में अर्जेस्ट किया जा सकता था। लेकिन प्राचार्य ने ऐसा नहीं किया। ज्ञापन सौंपने के दौरान डॉ. बृजेश द्विवेदी, डॉ. केके द्विवेदी, डॉ. राजेश मिश्रा, डॉ. अनिल द्विवेदी, डॉ. गिरीश चतुर्वेदी, डॉ. क्रांति मिश्रा, डॉ. मनीषा द्विवेदी, डॉ. राघवी गौतम उपस्थित रहीं।

15 साल से कर रहे कार्य

अतिथि विद्वानों ने बताया कि हम बीते 15 वर्ष से टीआरएस कॉलेज (TRS College) में कार्य कर रहे हैं। अधिकतर अतिथि विद्वान तो ऐसे हैं जो कि ओवर एज हो चुके हैं। अब वह कहीं और सेवा करने की स्थिति में नहीं है। अब नौकरी से निकाले गए अतिथि विद्वान कहां जाएंगे। नौकरी न होने के कारण निकाले गए अतिथि विद्वानों के सामने आर्थिक संकट के साथ ही अपने परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी भी सामने आ गई है।

मनमर्जी तरीके से निकाला आदेश

अतिथि विद्वानों की माने तो प्राचार्य ने मनमर्जी तरीके से हम लोगों को निकाला है। गत माह प्राचार्य द्वारा अतिथि विद्वानों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया था, लेकिन विज्ञापन में यह भी कहा गया था कि पूर्व में कार्य कर चुके अतिथि विद्वान आवेदन नहीं कर सकते। प्राचार्य द्वारा द्वेष पूर्वक हम लोगों को निकाला गया है।

Ankit Pandey | रीवा रियासत

Ankit Pandey | रीवा रियासत

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