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रीवा: नशे के गढ़ कबाड़ी मोहल्ले में पुलिस पर ₹40,000 लूटने का आरोप, आईजी के अभियान से बौखलाए तस्कर

रीवा: रीवा के कुख्यात कबाड़ी मोहल्ले, जिसे नशाखोरी का गढ़ माना जाता है, में आज तड़के एक बड़ी पुलिस कार्रवाई देखने को मिली। आईजी गौरव राजपूत और एसपी विवेक सिंह के नेतृत्व में सुबह 4 बजे पुलिस की कई टुकड़ियों ने अचानक मोहल्ले में धावा बोल दिया। यह कार्रवाई रीवा पुलिस की नशे के सौदागरों पर नकेल कसने की एक सराहनीय पहल मानी जा रही है, जिसके खिलाफ स्थानीय मीडिया भी लंबे समय से आवाज उठा रहा था।
पुलिस ने घर-घर जाकर तलाशी ली और कुछ मात्रा में नशीले पदार्थ भी बरामद किए, हालांकि जिस बड़े जखीरे की तलाश थी, वह पुलिस के हाथ नहीं लगा। इसी बीच, कार्रवाई ने तब एक नया मोड़ ले लिया जब एक स्थानीय महिला, नीतू सिंह, ने पुलिस पर ही अलमारी में रखे ₹40,000 लूटने का गंभीर आरोप लगा दिया। यह आरोप कई सवाल खड़े करता है, क्योंकि महिला विधवा है और कोई काम नहीं करती, ऐसे में इतनी बड़ी रकम का उसके पास होना संदेह पैदा करता है।
पुलिस का मानना है कि यह आरोप पुलिस को बदनाम करने और भविष्य में होने वाली कार्रवाई को रोकने की एक सोची-समझी साजिश है। आईजी गौरव राजपूत की अगुवाई में चल रहे 'नशे के खिलाफ' एक्शन से बौखलाए नशे के सौदागर अब पुलिस पर ही दबाव बनाने के लिए ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं। उन्हें मालूम है कि पुलिस अब मोहल्ले में घुस चुकी है और जल्द ही सभी तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, इस पूरे मामले में एक और गंभीर पहलू सामने आया है। स्थानीय लोगों की यह मांग है कि आईजी और एसपी को अब अपने उन पुलिसकर्मियों का भी भंडाफोड़ करना चाहिए, जो लंबे समय से नशे के सौदागरों के साथ सांठगांठ कर रहे हैं। इस मांग से यह संकेत मिलता है कि नशे के इस कारोबार को रोकने के लिए सिर्फ बाहरी कार्रवाई ही काफी नहीं है, बल्कि पुलिस विभाग के भीतर की सफाई भी बेहद जरूरी है।




