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भारत के डाक विभाग में डिजिटल क्रांति की शुरुआत: आईटी 2.0 – एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी

भारतीय डाक ने अपने 1.65 लाख से अधिक डाकघरों में एक बड़ा डिजिटल अपग्रेड लॉन्च किया है, जिसका नाम है आईटी 2.0 – एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी (APT)। केंद्रीय संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इस पहल को हरी झंडी दिखाई, जिसे भारत सरकार के 'डिजिटल इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' विज़न के अनुरूप एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
डाक विभाग के अनुसार, यह नई तकनीक देश के हर कोने में तेज़, भरोसेमंद और नागरिक-केंद्रित डाक और वित्तीय सेवाएँ उपलब्ध कराएगी। इस ऐतिहासिक अपग्रेड का उद्देश्य भारतीय डाक को एक विश्व-स्तरीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक्स संगठन में बदलना है, जैसा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सपना है।
APT की मुख्य विशेषताएँ और लाभ
एकीकृत और सरल उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस के साथ, APT कई अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान करता है:
- तेज़ और भरोसेमंद सेवाएँ: यह माइक्रो-सर्विस पर आधारित है, जिससे सेवाएँ तेज़ी से और ज़्यादा विश्वसनीयता के साथ दी जा सकेंगी।
- पूरी तरह से डिजिटल समाधान: बुकिंग से लेकर डिलीवरी तक, सब कुछ अब डिजिटल होगा, जिसमें क्यूआर-कोड पेमेंट और ओटीपी-आधारित डिलीवरी जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।
- सटीक डिलीवरी: 10-अंकीय अल्फान्यूमेरिक DIGIPIN के उपयोग से डिलीवरी का पता लगाना और भी आसान हो जाएगा, जिससे गलत डिलीवरी की संभावना कम हो जाएगी।
- स्वदेशी विकास: इस तकनीक को डाक प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र (CEPT) ने भारत में ही डिज़ाइन और विकसित किया है, जो 'आत्मनिर्भर भारत' की भावना को दर्शाता है। इसे भारत सरकार के मेघराज 2.0 क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म पर होस्ट किया गया है।
चरणबद्ध रोलआउट
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया। मई-जून 2025 में, कर्नाटक डाक परिमंडल में एक सफल पायलट रोलआउट किया गया। इसके बाद, 8 जुलाई से 22 जुलाई 2025 तक मध्य प्रदेश डाक परिमंडल में इसे लागू किया गया। आख़िरकार, 4 अगस्त 2025 तक, देश के सभी 23 डाक परिमंडलों के 1.70 लाख से अधिक डाकघरों और प्रशासनिक इकाइयों को APT से जोड़ दिया गया।
केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने इस अवसर पर कहा, "माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, यह आत्मनिर्भर भारत की पूर्ण शक्ति है, जो एक सशक्त और आत्मनिर्भर डिजिटल इंडिया की दिशा में मार्ग प्रशस्त कर रही है।"
आईटी 2.0 भारतीय डाक की सेवाओं में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और उम्मीद है कि यह डाक सेवाओं के संचालन में दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ाएगा।




