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ग्राम पंचायत इटौरा में खुले टैंक में गिरी गाय, प्रशासन बेपरवाह

ग्राम पंचायत इटौरा में खुले सेफ्टी टैंक में गिरी गाय, ग्रामीणों में रोष
घटना का विवरण
ग्राम पंचायत इटौरा में आज एक गंभीर और दर्दनाक घटना हुई, जब एक बेजुबान गाय खुले पड़े सेफ्टी टैंक में गिर गई। यह टैंक कई महीनों से बिना ढक्कन के खुला पड़ा था। घटना सुबह के समय की है, जब स्थानीय ग्रामीणों ने देखा कि एक गाय टैंक में गिर गई है और उसकी स्थिति गंभीर होती जा रही है।
ग्रामीणों का गुस्सा और बयान
स्थानीय लोगों ने तुरंत पंचायत सरपंच और सचिव को सूचित किया, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। एक ग्रामीण ने बताया –
“हमने कई बार सरपंच और सचिव से शिकायत की थी कि टैंक को ढंका जाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आज एक बेजुबान जानवर इसकी भेंट चढ़ गया।”
पंचायत की लापरवाही पर सवाल
यह घटना पंचायत प्रशासन की गंभीर लापरवाही को उजागर करती है। सेफ्टी टैंक जैसे खतरनाक ढांचे खुले छोड़ देना कानून और सुरक्षा दोनों के खिलाफ है। पूर्व में भी इसी गांव में बच्चों और जानवरों के लिए यह टैंक खतरा बना हुआ था
पंचायत के सुरक्षा नियम क्या कहते हैं?
भारत में पंचायती राज अधिनियम और ग्राम स्वच्छता मिशन के तहत पंचायतों को अपने क्षेत्र में खुले टैंक, गड्ढे या कोई भी जानलेवा निर्माण कार्य को ढंकने और सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी होती है।
प्रशासन की भूमिका और चुप्पी
घटना के घंटों बाद तक भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। लोगों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ कागज़ी कार्यवाही में व्यस्त रहता है, जबकि जमीन पर हकीकत बिल्कुल अलग है।
पशु बचाव कार्य क्यों नहीं हुआ?
गाय के टैंक में गिरने की खबर मिलने के बाद भी कोई भी बचाव कार्य शुरू नहीं हो सका। बदबू और गंदगी के कारण कोई भी टैंक के पास नहीं जा रहा था। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और फायर डिपार्टमेंट की निष्क्रियता पर सवाल उठते हैं।
भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव कैसे करें?
- सभी खुले टैंक और गड्ढों को तत्काल बंद किया जाए
- पंचायत स्तर पर सर्वे कराया जाए
- टैंक और अन्य खतरनाक संरचनाओं के पास चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं
- पशु सुरक्षा और रेस्क्यू टीम की व्यवस्था हो
पंचायत को क्या करना चाहिए?
- जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई हो
- स्थायी रूप से टैंक को बंद कराया जाए
- पीड़ित गाय का इलाज कराया जाए
- ग्रामीणों की शिकायतों पर तत्काल संज्ञान लिया जाए
निष्कर्ष
ग्राम पंचायत इटौरा की यह घटना ग्रामीण व्यवस्था में मौजूद खामियों को उजागर करती है। यदि समय रहते पंचायत द्वारा कार्रवाई की जाती, तो आज यह हादसा टाला जा सकता था। यह न केवल एक जानवर की जान की बात है, बल्कि पंचायत प्रशासन की जवाबदेही और संवेदनशीलता का भी प्रश्न है।
FAQ
Q1: खुले टैंक की शिकायत कैसे करें?
A: आप अपनी ग्राम पंचायत सचिव या जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
Q2: क्या पंचायतों को खुले टैंक ढंकने की जिम्मेदारी होती है?
A: हां, ग्राम पंचायतों को सुरक्षा मानकों के तहत ऐसे टैंक को ढंकना आवश्यक होता है।
Q3: पशु गिरने पर क्या बचाव प्रक्रिया है?
A: प्रशासन को फायर डिपार्टमेंट या एनिमल रेस्क्यू टीम को भेजना चाहिए।
Q4: क्या ऐसे मामलों में कार्रवाई होती है?
A: कई बार जनदबाव में कार्रवाई होती है, लेकिन नियमित निगरानी जरूरी है।




