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रीवा: कबाड़ घोटाले की जांच करने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन, टीआरएस प्राचार्य पर अनियमितता का आरोप

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Rewa MP News: शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में कबाड़ घोटाले की जांच करने के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।

Rewa MP News: शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय में कबाड़ घोटाले की जांच करने के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। बताया गया है कि विगत दिवस महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा बिना टेंडर निकाले ही महाविद्यालय से कबाड़ बेंच दिया गया। इसकी शिकायत कलेक्टर और आयुक्त से की गई। इसी कड़ी में कलेक्टर द्वारा मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।

कौन है टीम में शामिल

कलेक्टर द्वारा गठित टीम में संजीव पाण्डेय डिप्टी कलेक्टर, अभयराज सिंह सहायक कोषालय अधिकारी, नायब तहसीलदार हुजूर यतीश शुक्ला, हीरामणि तिवारी सहित एक अन्य अधिकारी को शामिल किया गया है। गठित टीम को शीघ्र ही जांच रिपोर्ट सौपने का निर्देश दिया गया है।

क्या है नियम

बताया गया है कि नियमानुसार महाविद्यालय प्रबंधन को कबाड़ बेचने के पूर्व बकायदा निविदा निकालनी चाहिए थी। अगर कबाड़ 10 हजार से अधिक का है तो बिना निविदा निकाले उसे नहीं बेंचा जा सकता। लेकिन महाविद्यालय प्रबंधन ने बिना निविदा निकाले ही कबाड़ बेंच दिया। गौरतलब है कि महाविद्यालय से कबाड़ गाड़ी में लोड कर ले जाने का वीडियो भी वायरल हुआ था।

पद संभालते ही बने रहे चर्चा में

बताया गया है कि टीआरएस के वर्तमान प्राचार्य डा. केके शर्मा, महाविद्यालय प्रिंसिपल की कुर्सी संभालने के साथ ही चर्चा में आ गए थे। प्राचार्य बनते ही इनका पूर्व महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. रामलला शुक्ला के घर जाना काफी चर्चा में रहा। गौरतलब है कि पूर्व प्राचार्य डा. शुक्ला के खिलाफ कई मामलों की जांच चल रही है, ऐसी स्थिति में प्राचार्य डॉ. शर्मा का पूर्व प्राचार्य डॉ. शुक्ला के घर जाना काफी विवादित रहा।

इसके बाद नियम विरूद्ध तरीके से अतिथि विद्वानों को हटाने और धमकी देना का मामला भी काफी गर्म रहा। इस मामले की शिकायत की गई। एडी रीवा द्वारा इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। उल्लेखनीय है कि प्राचार्य बनने के पूर्व समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष रहते हुए विद्यार्थियों से अभद्रता करने और चीखने-चिल्लाने को लेकर भी यह काफी चर्चा में बने हुए थे।

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