रीवा

रीवा : अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट मे हुई इंजीनियर की मौत का मामला: 40 लाख का चेक और 20 हजार महीने पेंशन से माने मृतक के परिजन

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:07 AM GMT
anuppur news
x
Get Latest Hindi News, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, Today News in Hindi, Breaking News, Hindi News - Rewa Riyasat

रीवा. सीमेंट फैक्ट्री में इंजीनियर की मौत के 24 घंटे बीतने के बाद आखिरकार मृतक के परिजनो और प्लांट के कर्मचारियो की मांग प्रबंधन ने मान ली है । अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने मृतक के परिजनो को 40 लाख का चेक दिया है एवं मृतक की पत्नी को 20 हजार रूपये महीने गुजारा भत्ता देने का वायदा किया।

बता दें गुरुवार की दोपहर हुई इंजीनियर की मौत के बाद से पूरा अल्ट्राटेक प्लांट पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था। उधर इंजीनियर की मौत की सूचना पर कंपनी में पहुंचे परिजन देररात तक नौकरी और 50 लाख के मुआवजा पर अड़े रहे। अफसरों ने कई बार वार्ताकर मामला शांत कराने की कोशिश की, लेकिन परिजन नहीं माने। यही कारण रहा कि शव कई घण्टों तक घटना स्थल पर ही पड़ा रहा।

चोरहटा पुलिस थाना के नौबस्ता चौकी अंतर्गत अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में इंजीनियर शैलेंद्र द्विवेदी तनय केशरी द्विवेदी निवासी पतेरी गुरुवार दोपहर काम कर रहे थे। उसी दौरान द्विवेदी अचानक मशीन के बेल्ट में फंस गए। इस हृदय विदारक हादसे में उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना से प्लांट के अंदर अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। हादसे की जानकारी जैसे ही परिजनों सहित स्थानीय लोगों को हुई तो बवाल मच गया।

सैकड़ों की संख्या में गुस्साए लोग परिजनों के साथ फैक्ट्री पहुंच गए और प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों को समझाईश देकर कर शांत करवाने का प्रयास किया लेकिन वे दोषी फैक्ट्री प्रबंधन पर कार्रवाई व पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग अड़े रहे।

पत्नी और माता-पिता हो गए बेहोश

इस दुखद घटना की खबर जैसे ही इंजीनियर की माता -पिता केशरी प्रसाद द्विवेदी एवं पत्नी वंदना द्विवेदी को लगी वे बदहवाश फैक्ट्री की तरफ भागे। मौके पर पहुंचने के बाद इस हादसे का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके और तीनों बेहोश हो गए। जिनको परिजनों को होश में लाया। वहीं परिवार के अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था। दो बच्चियां अपेक्षा एवं अर्पिता भी फूट-फूटकर रो रही थीं। बताया गया है कि घर में शैलेन्द्र ही कमाने वाला था। अब उनके सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

Next Story