रीवा

एमपी के रीवा में मवेशियों का घर-घर जाकर करेंगे उपचार, मिले 11 पशु चिकित्सा वाहन, डॉयल करना होगा यह टोल फ्री नंबर

Sanjay Patel
16 May 2023 1:41 PM IST
एमपी के रीवा में मवेशियों का घर-घर जाकर करेंगे उपचार, मिले 11 पशु चिकित्सा वाहन, डॉयल करना होगा यह टोल फ्री नंबर
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Rewa News: मध्यप्रदेश के पशुपालकों को अब मवेशियों के उपचार में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अब उन्हें घर बैठे टोल फ्री नंबर डॉयल करना होगा, जिसके बाद पशु चिकित्सा वाहन उनके दरवाजे पर पहुंच जाएगा।

मध्यप्रदेश के पशुपालकों को अब मवेशियों के उपचार में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अब उन्हें घर बैठे टोल फ्री नंबर डॉयल करना होगा, जिसके बाद पशु चिकित्सा वाहन उनके दरवाजे पर पहुंच जाएगा। एमपी के रीवा जिले को पशुधन संजीवनी योजना अंतर्गत 11 पशु चिकित्सा वाहन प्रदान किए गए हैं। जिससे पशुओं को समुचित उपचार सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी।

17 मई से मिलने लगेगी सेवा

एमपी के रीवा को मिले 11 पशु चिकित्सा वाहनों को सांसद जनार्दन मिश्रा हरी झंडी दिखाएंगे। राज्य शासन के आदेश पर इन वाहनों को 17 मई के दिन संबंधित क्षेत्रों के विधायक अपने-अपने विधानसभा मुख्यालय से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए पशु चिकित्सा वाहन रवाना करेंगे। जिसके बाद लोगों को घर बैठे पशुओं के उपचार की सेवाएं मिलनी प्रारंभ हो जाएंगी।

यहां के लिए मिले इतने वाहन

उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ. राजेश मिश्रा के मुताबिक रीवा और हनुमना जनपद को दो-दो पशु चिकित्सा वाहन प्रदान किए गए हैं। वहीं जवा, त्योंथर, गंगेव, मऊगंज, नईगढ़ी, रायपुर कर्चुलियान और सिरमौर जनपद पंचायत को एक-एक वाहन मिले हैं। हनुमना क्षेत्र यूपी के मिर्जापुर बॉर्डर तक लगा हुआ है इसके साथ ही पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां के लिए दो पशु चिकित्सा वाहन दिए गए हैं। जबकि रीवा में नगर निगम और ग्रामीण क्षेत्र भी है जिसके चलते दो वाहन दिए गए हैं।

तीन लोगों की रहेगी टीम

पशुधन संजीवनी योजना के तहत रीवा जिले को मिले 11 पशु चिकित्सा वाहनों में प्रत्येक में तीन लोगों की टीम मौजूद रहेगी। वाहन में पशु चिकित्सक, क्षेत्र अधिकारी व कम्पाउंडर और चालक रहेंगे। कंसल्ट कंपनी चिकित्सक को 56 हजार रुपए, कम्पाउंडर को 22 हजार रुपए और चालक को 18 हजार रुपए वेतन प्रदान करेगी। वाहन में चालक के लिए गौसेवकों को शामिल किया गया है।

150 रुपए प्रति पशु लगेगा शुल्क

पशुपालकों को अब चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। पशुओं के समुचित उपचार के लिए घर बैठे उन्हें यह सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए पशुपालकों को टोल फ्री नंबर 1962 डॉयल करना होगा। जिसके बाद संबंधित जनपद क्षेत्र का वाहन आधे घंटे के अंदर पशुपालक के दरवाजे पर पहुंच जाएगा। वाहन में जीपीएस, स्ट्रीट लाइट, फ्रिज और मिनी ऑपरेशन थिएटर भी मौजूद रहेगा। इलाज से पहले पशुपालक को प्रति पशु उपचार के लिए 150 रुपए शुल्क देना होगा।

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