रीवा

Corona Third Wave : Rewa के Dr. Naresh Bajaj ने बताया की कोरोना की तीसरी लहर कैसी होगी ?

Aaryan Puneet Dwivedi
6 Jun 2021 4:25 PM GMT
Corona Third Wave : Rewa के Dr. Naresh Bajaj ने बताया की कोरोना की तीसरी लहर कैसी होगी ?
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रीवा (Rewa News) : कोरोना की तीसरी (Corona Third Wave) लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी, इसके कोई ठोस सबूत नहीं है। ये बातें संजय गाँधी अस्पताल के शिशु एवं बाल्य रोग के विभागाध्यक्ष डॉ नरेश बजाज (Dr. Naresh Bajaj, Head of the Department of Children and Pediatrics, Sanjay Gandhi Hospital) ने कही कि कोरेाना की तीसरी लहर से सावधानी बरतने की आवश्यकता है। न केवल बच्चों को साथ ही युवाओं और बुजुर्गो को भी। इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि कोरोना से बच्चों को कैसे बचायें, यह गंभीर बात है जिसके लिए सभी को सावधानी बरतनी होगी।

रीवा (Rewa News) : कोरोना की तीसरी (Corona Third Wave) लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी, इसके कोई ठोस सबूत नहीं है। ये बातें संजय गाँधी अस्पताल के शिशु एवं बाल्य रोग के विभागाध्यक्ष डॉ नरेश बजाज (Dr. Naresh Bajaj, Head of the Department of Children and Pediatrics, Sanjay Gandhi Hospital) ने कही कि कोरेाना की तीसरी लहर से सावधानी बरतने की आवश्यकता है। न केवल बच्चों को साथ ही युवाओं और बुजुर्गो को भी। इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि कोरोना से बच्चों को कैसे बचायें, यह गंभीर बात है जिसके लिए सभी को सावधानी बरतनी होगी।

कोरोना की तीसरी लहर सबसे ज्यादा खतरनाक

गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर का कहर असर पूरी तरह से शांत भी नहीं हुई कि अब तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है। बताते है कि कोरोना की तीसरी लहर सबसे ज्यादा खतरनाक है जो बच्चों को बुरी तरह से संक्रमित करेगी। तीसरी लहर जानलेवा साबित होगी। इसलिए बच्चों को इस संक्रमण से बचाना चुनौती भरा कार्य है।

जानकारों की मानें तो कोरोना की तीसरी लहर इस साल के अंत तक आ सकती है। इसके पीछे संभावित तर्क यह दिया जा रहा है कि अधिकांश वयस्क वैक्सीन लगवा चुके होंगे और बच्चों को वैक्सीन लगना अब भी बाकी होगा ऐसे में बच्चे इस वायरस से ज़्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

तैयार रहने की जरूरत

इस पर डॉ बजाज का कहना है कि हमें इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है। इनका मानना है कि कोरेाना की तीसरी लहर में यदि बच्चे प्रभावित होते हैं तो मैक्सिमम केस बिना लक्षण वाले रहेंगे या हल्के लक्षण वाले होंगे। उन्होने यह भी कहा बहुत कम ऐसी स्थिति आयेगी जिसमें बच्चों को एडमिट करने की जरूरत पडेगी।

Aaryan Puneet Dwivedi

Aaryan Puneet Dwivedi

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