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रीवा में Bank Fraud / दूसरा आधार कार्ड लिंक कर खाते से 234 बार ट्रांसक्शन कर निकाल लिए 21 लाख, बैंक स्टाफ भी संदेह के दायरे में

Aaryan Dwivedi
11 Jun 2021 11:09 PM GMT
रीवा में Bank Fraud / दूसरा आधार कार्ड लिंक कर खाते से 234 बार ट्रांसक्शन कर निकाल लिए 21 लाख, बैंक स्टाफ भी संदेह के दायरे में
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रीवा में एक हैरतअंगेज बैंक फ्रॉड (Bank Fraud) का मामला सामने आया है. एक महिला के खाते से 234 बार ट्रांसक्शन कर एक साल में 21 लाख रूपए निकाल लिए गए. इस पूरे मामले में बैंक का स्टाफ भी संदेह के घेरे में आता है क्योंकि जिस महिला का अकाउंट है उसमें आरोपित का आधार कार्ड लिंक है और ऐसा बिना बैंक के संभव नहीं है. मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पूंछताछ कर रही है. 

1 साल में 234 बार ट्रांसक्शन किया, 21 लाख निकालकर खर्च कर डाले

रीवा में एक हैरतअंगेज बैंक फ्रॉड (Bank Fraud) का मामला सामने आया है. एक महिला के खाते से 234 बार ट्रांसक्शन कर एक साल में 21 लाख रूपए निकाल लिए गए. इस पूरे मामले में बैंक का स्टाफ भी संदेह के घेरे में आता है क्योंकि जिस महिला का अकाउंट है उसमें आरोपित का आधार कार्ड लिंक है और ऐसा बिना बैंक के संभव नहीं है. मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पूंछताछ कर रही है.

जिस खाते से रकम निकाली गई वह रायपुर कर्चुलियान थानांतर्गत पुरैनी गांव की वंदना तिवारी पति मनीष तिवारी का है. जिनका खाता मध्यांचल ग्रामीण बैंक के चोरगढ़ी शाखा में संचालित है. महिला ने अपना आधार कार्ड बैंक में लिंक करने के लिए दिया, लेकिन बैंक में वंदना के स्थान पर राजेश पांडेय निवासी चोरगढ़ी का आधार कार्ड लिंक कर दिया गया.

इसका बाखूबी फायदा राजेश पांडेय द्वारा उठाया गया. राजेश पांडेय ने कियोस्क के माध्यम से एक साल में 234 बार खाते से पैसे निकाल लिए. इस तरह से उसने वंदना के खाते में जमा 21 लाख रूपए निकाल लिए.

जानकारी मिली तो होश उड़ गए

वंदना के अनुसार रकम निकासी के लिए वह बैंक पहुंची तो उसके खाते में रकम ही नहीं थी. इस बात की जानकारी मिलते ही वंदना के होश उड़ गए. वंदना ने इस सम्बन्ध में बैंक से जानकारी मांगी, लेकिन बैंक से उसे जानकारी नहीं मिली फिर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई गयी.

बेटियों की शादी के लिए बैंक में जमा थी रकम

वंदना ने बताया कि बेटियों की शादी के लिए उसने बैंक में रकम जमा कर रखी थी. जीवन भर पाई पाई जोड़ जोड़ कर उसने एवं उसके परिवार ने पैसे जोड़े थें और वही रकम फ्रॉड करके निकाल लिए गए. उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. पुलिस बैंक में खाते में राजेश पाण्डेय का आधार कार्ड लिंक मिला. पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया जिससे इस पूरे फर्जीवाड़े के संबंध में जानकारी ली जा रही है.

बैंक के स्टाफ की भूमिका संदिग्ध

इस पूरे फर्जीवाड़े में बैंक के स्टाफ की भूमिका भी संदिग्ध है. दरअसल आधार कार्ड से लिंक बैंक मैनेजर की स्वीकृति के बाद ही होता है. फिर महिला के खाते में किसी दूसरे का आधार कार्ड कैसे लिंक हो गया. इस पूरे फर्जीवाड़े में बैंक का स्टाफ भी शामिल हो सकता है जिसकी वजह से पूरा फर्जीवाड़ा हुआ है. पुलिस ने बैंक को पत्र लिखकर इस संबध में जानकारी मांगी है. जांच के बाद बैंक का स्टाफ भी नामजद हो सकता है.

घर बनवाया, सोना-चांदी व जमीन खरीदी

आरोपी ने पूछताछ में पीडि़ता के खाते से निकाले गए रुपयों कई जगह खर्च करने की जानकारी दी है. वह रुपयों से आलीशान मकान का निर्माण करवा रहा है जिसमें अभी काम चल रहा है. इसके अतिरिक्त उसने काफी मात्रा में सोने व चांदी के जेवरात, सेकेण्ड हैण्ड बाइक व प्लाट भी खरीदा है. पुलिस ठगी के पैसों खरीदी गई सम्पत्ति को जब्त करेगी. इसके साथ ही आरोपी के बैंक खातों को भी सील किया जायेगा.

जांच के बाद आगे होगी कार्रवाई

एक महिला के खाते से रुपए निकालने का मामला सामने आया है जिसमें दूसरा आधार कार्ड लिंक करके 21 लाख रुपए निकाले गए है. संदेही को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इस पूरे मामले में बैंक की भूमिका भी सामने आई है. बैंक को जानकारी देने के लिए पत्र लिखा गया है. - मृगेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी रायपुर कर्चुलियान

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