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रीवा के अरविंद पहले करते थे ₹6000 की नौकरी, अब कमाते हैं ₹3 करोड़, जानें इनकी सफलता की कहानी

rewa mp
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हम युवाओं को प्रेरित करने के लिए कोई न कोई सफलता की कहानी अपने पोर्टल पर लाते हैं रहते हैं। आज हम आपके साथ मऊगंज के अरविंद की कहानी शेयर करने जा रहे हैं।

केंद्र समेत राज्य सरकारें युवाओं के लिए विभिन्न प्रकार की स्कीम्स एवं योजनाएं संचालित कर रहीं हैं। जिससे युवा अपना स्वरोजगार स्थापित कर सकें। ऐसी ही एक स्कीम है प्रधान मंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) योजना जो रीवा के अरविंद के लिए वरदान साबित हुई। शासन की स्वरोजगार स्थापना के लिए आरंभ की गई पीएमईजीपी योजना मऊगंज निवासी अरविंद कुशवाहा के लिए वरदान साबित हुई। वह योजना से चैन लिंक फेंसिंग वायर की इंडस्ट्री स्थापित कर साल भर में 3 करोड़ रुपए का टर्नओवर कर रहे हैं साथ ही अपने यहां 30 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।

रोजगार दिवस आयोजन में अपने अनुभव साझा करते हुए अरविंद ने बताया कि वह पहले छत्तीसगढ़ में चैन लिंक फेंसिंग वायर की कंपनी में 6000 रुपए की नौकरी करते थे। उनके मन में इच्छा हुई कि क्यों न वह स्वयं इस इंडस्ट्री को लगाएं और उन्होंने हाथ से चलने वाली छोटी मशीन लेकर इसकी शुरुआत की।

इसी बीच अरविंद को शासन की पीएमईजीपी योजना की जानकारी हुई और उन्होंने उद्योग विभाग में संपर्क किया। महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी एवं यूनियन बैंक मऊगंज के सहयोग से अरविंद को 25 लाख रुपए का ऋण प्राप्त हुआ और उन्होंने चेन लिंक फेंसिंग वायर की इंडस्ट्री लगा ली। कक्षा आठवीं पास अरविंद बताते हैं कि शासन की योजना ने मेरे जीवन को बदल दिया।

अब मैं हर वर्ष 3 करोड़ का टर्नओवर करता हूं तथा मेरी इंडस्ट्री में 30 अन्य लोग भी रोजगार पा रहे हैं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को युवाओं के हित में लागू की गई स्वरोजगार योजनाओं के लिए धन्यवाद दिया तथा युवाओं से इन योजनाओं का लाभ लेकर सक्षम बनने का आह्वान किया।

Suyash Dubey | रीवा रियासत

Suyash Dubey | रीवा रियासत

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