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रीवा में कृषि यंत्र बना जीने का सहारा, हर साल कमा रहे 8 लाख से अधिक

रीवा में कृषि यंत्र बना जीने का सहारा, हर साल कमा रहे 8 लाख से अधिक
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MP Rewa News : रीवा के इस किसान का यह कार्य क्षेत्र के किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना हुआ है।

MP Rewa News In Hindi : जिले के किसान अत्याधुनिक खेती से जहां लाखों की आय कर रहे है, वहीं एक किसान के जीवन का सहारा कृषि यंत्र बन गया है। आज की स्थिति यह है कि इस किसान के पास हर वह कृषि यंत्र मौजूद है जिसकी जरूरत किसान को होती है। वर्तमान समय की स्थिति यह है कि किसान हर साल 8 लाख से अधिक की कमाई कृषि यंत्र के माध्यम से कर रहा है। किसान का यह कार्य क्षेत्र के किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना हुआ है।

कैसे हुई शुरूआत

मनगवां तहसील के गंगेव ब्लॉक अंतर्गत धबैया निवासी रामशरण तिवारी ने बताया कि एक समय मेरे परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी। आर्थिक तंगी का अभाव था। जमीन ज्यादा थी नहीं, बस किसी तरह से काम चल रहा था। इसी बीच मैं कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा के संपर्क में आया जहां से मुझे कृषि के विषय में काफी कुछ नई जानकारी मिली। यहीं से मेरे दिमाग में कृषि यंत्र से जीवन संवारने का ख्याल दिमाग में आया। इसके बाद मैने कुछ कर्जा लेकर और शासन की मदद से कृषि यंत्र खरीद लिया। आज मेरे पास वो सभी कृषि यंत्र मौजूद है जिसकी जरूरत हर किसान को होती है। किसानों को कृषि यंत्र किराए में देकर मै आज लाखों की कमाई कर रहा हूं।

ये कृषि यंत्र हैं मौजूद

किसान रामशरण की मानें तो उसके पास, थ्रेसर, रोटावेटर, रिवसेवर, प्लाऊ, सीड्रिल, कल्टीवेटर, ट्राली, लेबलर के अलावा रीवर कंबाइडर सहित अन्य कृषि यंत्र मौजूद है। गौरतलब है कि किसानां को सभी कृषि यंत्र किराए पर देने से जहां रामशरण को अच्छी आमदनी हो जाती है वहीं किसानों को कृषि यंत्र के लिए परेशान नहीं होना पड़ता।

आज की जरूरत है टेक्नालॉजी

कृषि यंत्र और आधुनिक तकनीक के बारे में रामशरण ने बताया कि पहले की खेती और आज की खेती मेंं काफी बदलाव आ गया है। टेक्नोलॉजी आज की जरूरत बन गई है, जो भी इसका इस्तेमाल नहीं करेगा वह पीछे रह जाएगा। खेती में जो सबसे बड़ी समस्या सामने आती है वह मैन पॉवर की। मजदूर ढूंढे नहीं मिलते, इस समस्या को काफी हद तक दूर करने का कार्य किया है आधुनिक तकनीक ने। आज आधुनिक तकनीक और कृषि यंत्र के इस्तेमाल ने किसानों को काफी राहत दी है। आधुनिक कृषि यंत्र ने किसानों को काफी राहत प्रदान की है।

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