रीवा

160 फीट गहरे बोरवेल में फंसे मयंक की मौत के बाद रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जारी किया बड़ा आदेश, जाने BIG UPDATE

160 फीट गहरे बोरवेल में फंसे मयंक की मौत के बाद रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने जारी किया बड़ा आदेश, जाने BIG UPDATE
x
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल ने जिले के सभी अनुपयोगी और खुले बोरवेलों को मजबूत लोहे के ढक्कनों से बंद करने के आदेश दिए हैं।

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल ने जिले के सभी अनुपयोगी और खुले बोरवेलों को मजबूत लोहे के ढक्कनों से बंद करने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर ने सभी एसडीएम, सीएमओ, जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, उप संचालक कृषि तथा तहसीलदारों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा है कि अपने कार्यक्षेत्र के अनुपयोगी बोरवेल, कुंओं तथा अन्य खतरनाक जल स्त्रोतों को मजबूत ढक्कन से बंद कराकर तीन दिवस में निर्धारित प्रपत्र में प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। बोरवेल के खुले रहने, उसकी क्रेसिंग पाइप निकाल लेने अथवा पानी न रहने पर उसे खुला छोड़ देने पर इनसे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसे रोकने के लिए इन्हें बंद करने के तत्काल उपाय कराएं।

कलेक्टर ने कहा है कि विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल के लिए बड़ी संख्या में बोरवेल बनाए गए हैं। इनमें से जो बोरवेल अनुपयोगी हो गए हैं उनकी सूची बनाकर उन्हें मजबूती से बंद करने के उपाय करें। उनमें मजबूत कैप लगाएं। निजी भूमि स्वामियों द्वारा भी यदि बोरवेल, कुंआ अथवा अन्य जल स्त्रोत अनुपयोगी मानकर खुले छोड़ दिए गए हैं तो उनकी भी सूची बनाकर उन्हे लोहे के कैप से बंद कराने अथवा पाटने की कार्यवाही कराएं। जो कुंएं बिना जगत के हैं उनमें भी दुर्घटना की आशंका रहती है। ऐसे कुंओं को जाली लगाकर बंद कराएं। समस्त कार्यवाही तीन दिवस में सुनिश्चित कर एसडीएम के माध्यम से नगरीय निकाय और ग्राम पंचायतें प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------

प्रशिक्षण की हर जानकारी गंभीरता से आत्मसात करें - मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत

लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए रीवा संसदीय क्षेत्र में मतदान 26 अप्रैल को होगा। मतदान के लिए तैनात मतदान कर्मियों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण जिला मुख्यालय के 4 केन्द्रों में दिया जा रहा है। प्रशिक्षण टीआरएस कालेज, मॉडल साइंस कालेज, शासकीय कन्या महाविद्यालय तथा विधि महाविद्यालय के विभिन्न कक्षों में दिया जा रहा है। विधि महाविद्यालय में आयोजित प्रशिक्षण के दूसरे दिन मतदान कर्मियों को निर्देशित करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. सौरभ सोनवणे ने कहा कि पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी मतदान की महती जिम्मेदारी के लिए तैनात किए जा रहे है। चुनाव प्रशिक्षण में दी गई हर छोटी से छोटी जानकारी को मतदान कर्मी गंभीरता से आत्मसात करें। प्रशिक्षण जितनी तन्मयता से प्राप्त किया जाएगा कार्य उतनी ही सुगंमता से होगा। निर्वाचन आयोग के निर्देशों का भलीभांति अध्ययन कर लें। मतदान प्रक्रिया के संबंध में किसी भी तरह की जिज्ञासा अथवा शंका हो तो उसका समाधान कर लें। मतदान कर्मियों को आयोग के निर्देशों के अनुसार समस्त सुविधाएं दी जायेगी। निर्भय होकर मतदान प्रक्रिया संचालित करें।

उन्होंने कहा कि सभी मतदान कर्मी मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिए गए प्रशिक्षण पर पूरा ध्यान दें। मतदान केन्द्र की व्यवस्था, वोटिंग मशीन के संचालन, माकपोल, मत पत्र लेखा तैयार करने, प्रपत्र 16 की जानकारी तैयार करने तथा मतदान केन्द्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में पूरी दक्षता प्राप्त कर लें। पूरी निष्पक्षता और निडरता के साथ मतदान सम्पन्न कराएं। प्रशिक्षण में किसी तरह की लापरवाही सहन नही की जाएगी। मतदान सामग्री प्राप्त करने से लेकर मतदान सामग्री जमा करने तक की अवधि में सभी मतदान कर्मी पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें। पीठासीन अधिकारी को मतदान केन्द्र में अपने दल का आगे बढ़कर नैतृत्व करना है। केन्द्र की सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें। पीठासीन अधिकारी को निर्वाचन आयोग द्वारा सभी तरह के वैधानिक अधिकार दिए गए हैं। मतदान में किसी तरह की कठिनाई आने पर मौके में पीठासीन अधिकारी को ही निर्णय लेना होगा। इसलिए प्रशिक्षण में दी जा रही सभी जानकारियों तथा निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें।

उन्होंने कहा कि मतदान कर्मी मतदान केन्द्र की व्यवस्थाओं के संबंध में सभी निर्देशों का अध्ययन कर लें। ईव्हीएम के संचालन की भी पूरी जानकारी रखें। वास्तविक मतदान से पहले माकपोल कराना अनिवार्य होगा। निर्धारित प्रपत्र में हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत की जानकारी मोबाइल एप के माध्यम से देनी होगी। मतदान केन्द्र में मतदाताओं के अलावा केवल प्राधिकार पत्र प्राप्त व्यक्तियों को ही प्रवेश दें। मतदान की प्रक्रिया हुई निष्पक्षता और निर्भय होकर पूरी करायें प्रत्येक मतदान केन्द्र में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात रहेगा। प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह तथा मास्टर ट्रेनरों ने मतदान केन्द्रों की व्यवस्था, मतदान प्रक्रिया, मतपत्र लेखा तैयार करने, मशीनों की सीलिंग, माकपोल, टेण्डर वोट तथा निर्वाचन की समस्त प्रक्रियों की जानकारी दी गयी।

Next Story