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रीवा SP का एक्शन: वारदात के बाद चैन की नींद सो रहे थे वारंटी, अलसुबह घर में पुलिस की दबिश, 282 अपराधी गिरफ्तार

रीवा SP का एक्शन: वारदात के बाद चैन की नींद सो रहे थे वारंटी, अलसुबह घर में पुलिस की दबिश, 282 अपराधी गिरफ्तार
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रीवा में अलग-अलग स्थानों में आपराधिक वारदातें करने के वाले आरोपी बेफिक्र होकर घरों में सो रहे थे, शनिवार की अलसुबह पुलिस पहुंची और ऐसे 282 आरोपियों को उठा लाई।

रीवा. जिले के अलग-अलग स्थानों में आपराधिक वारदातें करने के वाले आरोपी बेफिक्र होकर घरों में सो रहे थे, एसपी के निर्देश पर शनिवार की अलसुबह पुलिस पहुंची और ऐसे 282 आरोपियों को उठा लाई। ये सब वारंटी समय से फरार चल रहे थे। न्यायालय से वारंट जारी किया गया था, लेकिन पुलिस को चकमा देकर बचते रहे। गिरफ्तार किए गए सभी वारंटियों को न्यायालय में पेश कर फिलहाल जेल भेज दिया गया है।

एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर सभी थानों की पुलिस ने रविवार की अलसुबह लंबे समय से फरार वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी थी। सभी थानों को अतिरिक्त वाहन व पुलिस बल दिया गया था। ताकि, तड़के 5 बजे से धरपकड़ शुरू की जा सके। सभी थाना प्रभारियों ने स्टाफ के साथ अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर 282 वारंटी पकड़े हैं।

इनमें 84 स्थायी वारंटी शामिल हैं। सर्वाधिक 36 वारंटी सिटी कोतवाली क्षेत्र से शुरू हुए हैं। इनमें 15 स्थायी वारंटी हैं। बैकुंठपुर पुलिस ने 7 स्थायी व दो गिरफ्तार तामील किए। छेडख़ानी के मामले में फरार चल रहे तीन हजार के इनामी बदमाश विष्णु प्रताप सिंह उर्फ छोटू पिता मुन्ना उर्फ विश्वनाथ सिंह 23 मझिगवां को पकड़ा है। तड़के जैसे ही पुलिस की कार्रवाई शुरू की तो वारंटियों में हड़कंप मच गया।

न्यायालय में लगा मेला, जेल भेजे गए

विभिन्न थानों में गिरफ्तार वारंटियों को पुलिस ने शाम को न्यायालय में लाकर पेश किया। रविवार के दिन भी न्यायालय में मजमा लगा हुआ था और बड़ी संख्या में उनके परिवार के सदस्यों की भीड़ बाहर लगी थी। गंभीर मामलों में फरार वारंटियों को न्यायालय ने जेल भेज दिया। जिससे जेल के बाहर भी वारंटियों की अच्छी खासी भीड़ रही। शाम से शुरू हुआ वारंटियों के पहुंचने का सिलसिला रात में भी जारी रहा। शाम साढ़े सात बजे तक 41 वारंटी जेल के अंदर आ चुके थे और यह सिलसिला लगातार जारी था।

पुलिस के निशाने पर दूसरे प्रांतों के वारंटी

पुलिस थानों में बड़ी संख्या में वारंट दूसरे प्रांतों के लंबित हैं। इन्हें तामील कराने की पुलिस तैयारी कर रही है। ज्यादातर एक्सीडेंट के मामले हैं। जमानत मिलने के बाद वाहन चालक पेशी में नहीं आते, जिससे वारंट जारी हो जाता है। ऐसे वारंटी एक स्थान पर नहीं मिलते, जिस कारण पकडऩे में भी दिक्कत होती है। अब दूसरे प्रांतों की पुलिस को फरार वारंटियों की सूची भिजवाकर उनकी धरपकड़ की जाएगी।

वारंटियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया गया था। जिलेभर में 282 वारंटी गिरफ्तार हुए हैं। इनमें 84 स्थायी वारंटी शामिल हैं। सुबह यह अभियान शुरू किया गया था। सभी वारंटियों को न्यायालय में पेश किया गया। यह अभियान अब नियमित रूप से चलाकर वारंटियों को पकड़ा जाएगा। -विवेक सिंह, एसपी रीवा

Neelam Dwivedi | रीवा रियासत

Neelam Dwivedi | रीवा रियासत

नीलम द्विवेदी जर्नलिज़्म से स्नात्कोत्तर हैं। 2016 से रीवा रियासत डॉट कॉम में बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं। इन्हें देश-दुनिया, राजनीति के अलावा स्पोर्ट्स, हेल्थ, होम डेकोर, रिलेशनशिप, लाइफस्टाइल और एंटर्टेंमेंट जैसे टॉपिक्स पर लिखने का अनुभव है। इसके अलावा खाली समय में नेचर को एक्सप्लोर करना पसंद करती हैं। साथ ही म्यूजिक, थिएटर और किताबों में भी इनकी बहुत रुचि है।

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