रीवा

Trs College Rewa के पूर्व प्राचार्य Ramlala Shukla के खिलाफ शिकायत करने वाला छात्र निकला 420, कलेक्टर की पद मुद्रा लगाकर बना डाला फर्जी आदेश

Trs College Rewa के पूर्व प्राचार्य Ramlala Shukla के खिलाफ शिकायत करने वाला छात्र निकला 420, कलेक्टर की पद मुद्रा लगाकर बना डाला फर्जी आदेश
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Trs College Rewa के पूर्व प्राचार्य Ramlala Shukla के खिलाफ शिकायत करने वाला छात्र निकला 420, कलेक्टर की पद मुद्रा लगाकर बना डाला फर्जी आदेश...रीवा। ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय (Trs College Rewa) के पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ला (Ramlala Shukla) के खिलाफ मारपीट जातिसूचक शदों का प्रयोग और मार्कशीट में पास होने के बावजूद फेल करने जैसे कई मामलों की शिकायत कर चर्चा में आने वाला छात्र अपने आप कानून के शिकंजे में फंस गया।

रीवा। ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय (Trs College Rewa) के पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ला (Ramlala Shukla) के खिलाफ मारपीट जातिसूचक शदों का प्रयोग और मार्कशीट में पास होने के बावजूद फेल करने जैसे कई मामलों की शिकायत कर चर्चा में आने वाला छात्र अपने आप कानून के शिकंजे में फंस गया।

आरोपी छात्र के खिलाफ जांच के बाद धोखाधड़ी बेईमानी पूर्वक दस्तावेज तैयार कर राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने का शब्द प्रयोग करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस 420 छात्र की तलाश कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार रामबदन साकेत पिता वंशराखन साकेत निवासी रिमारी थाना बैकुंठपुर ने मानवाधिकार से शिकायत की थी कि रीवा कलेक्टर के द्वारा आदेश दिया गया है कि छात्र की हत्या कर दी जाए।

इतना ही नहीं, पुलिस अधीक्षक के नाम से भी आरोपी छात्र ने फर्जी आदेश बनाकर मानवाधिकार को प्रेषित किया था कि अगर उक्त छात्र किसी भी थाने में कोई शिकायत करने जाता है तो उसकी शिकायत न ली जाए। मामला एससीएसटी का होने के चलते मानवाधिकार ने उक्त मामले की जांच पुलिस अधीक्षक को भेजी। जिसकी जांच एडिशनल एसपी से कराई गई तो कलेक्टर और एसपी के सभी आदेश फर्जी निकले। जिन आदेशों में कूट रचित पद मुद्रा बनाकर आदेश बनाया गया था, उक्त मामले का खुलासा होने पर उक्त छात्र के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज किया गया है।

गौरतलब है कि छात्र रामबदन साकेत ने तत्कालीन प्राचार्य टीआरएस कॉलेज रामलाल शुक्ला के खिलाफ मारपीट जातिसूचक शदों का प्रयोग करने की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद एससी एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था। जांच के बाद उक्त मामले को झूठा पाया गया और खात्मा लगा दिया गया। उसी मामले को तूल देने के लिए फर्जी आदेश अपने खिलाफ बनाकर उसने मानवाधिकार से शिकायत कर दी। जिसके बाद छात्र खुद कानून के शिकंजे में फंस गया। अब पुलिस उक्त छात्र की तलाश कर रही है।

Shashank Dwivedi | रीवा रियासत

Shashank Dwivedi | रीवा रियासत

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