पन्ना

एमपी के इस जलप्रपात में बनेगा प्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज, खूबसूरती को करीब और ऊपर से देख सकेंगे पर्यटक

Sanjay Patel
22 Aug 2023 9:42 AM GMT
एमपी के इस जलप्रपात में बनेगा प्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज, खूबसूरती को करीब और ऊपर से देख सकेंगे पर्यटक
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MP News: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्थित बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात में ग्लास ब्रिज बनाया जाएगा। जिसके लिए तैयारियां भी प्रारंभ कर दी हैं। एमपी का यह ऐसा पहला जलप्रपात होगा जिसमें ग्लास ब्रिज बनेगा।

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्थित बृहस्पति कुण्ड जलप्रपात में ग्लास ब्रिज बनाया जाएगा। जिसके लिए तैयारियां भी प्रारंभ कर दी हैं। एमपी का यह ऐसा पहला जलप्रपात होगा जिसमें ग्लास ब्रिज बनेगा। ग्लास ब्रिज बनने से पर्यटक बृहस्पति कुंड की खूबसूरती का करीब एवं ऊपर से दीदार कर सकेंगे। ऐसा हो जाने से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, तो वहीं पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।

अधिकारियों ने किया मौका मुआयना

पन्ना के बृहस्पति कुंड में ग्लास ब्रिज बनाने के लिए प्रपोजल पर पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है। पन्ना के पूर्व कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने अपने कार्यकाल में जलप्रपात और आसपास के क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग शिवशेखर शुक्ला को प्रस्ताव भेजा था। जिसके अवलोकन एवं अध्ययन करने के लिए अधिकारी यहां पहुंचे।

अधिकारियों ने चर्चा कर दिए सुझाव

बृहस्पति कुंड का अवलोकन करने प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के वास्तुविद सतीश कालान्तरे जबलपुर, कार्यपालन यंत्री के चौरसिया सागर और विवेक चौबे उपयंत्री खजुराहो शामिल रहे। पन्ना स्थित सर्किट हाउस में पूर्व कलेक्टर संजय कुमार मिश्र द्वारा मध्यप्रदेश पर्यटन निगम की टीम के साथ बैठक लेकर बृहस्पति कुंड जलप्रपात और आसपास के क्षेत्र का पर्यटन बढ़ाने के उद्देश्य से बनाए प्रस्ताव पर चर्चा कर अपने-अपने सुझाव दिए गए।

आश्रम की ओर बनेगा मजबूत ग्लास ब्रिज

पन्ना के बृहस्पति कुंड आश्रम की ओर एक मजबूत ग्लास ब्रिज बनाया जाएगा। जिस पर चढ़कर पर्यटक जलप्रपात के ठीक सामने खड़े होकर इसकी खूबसूरती को निहार सकेंगे। यह प्रदेश का दूसरा और एमपी का पहला ग्लास ब्रिज होगा। इस संबंध में कार्यपालन यंत्री के मुताबिक जलप्रपात के आसपास लोगों को धूप व बारिश से बचाने के लिए पैगोडा डिजाइन के विश्राम स्थल बनाए जाएंगे। यहां समुचित संख्या में प्रसाधन गृह और एक बड़ी पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। जलप्रपात के समीप खाली पड़े चट्टानी मैदान में खूबसूरत लैंडस्केप और उद्यान विकसित किया जाएगा।

कुंड के चारों ओर लगेगी रेलिंग

बृहस्पति कुंड जलप्रपात पहुंचकर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम की तकनीकी टीम ने वास्तविक स्थिति और लोकेशन का अध्ययन किया। वास्तुविद सतीश कालान्तरे के मुताबिक फिलहाल जलप्रपात के आसपास सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। जिससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं बनी रहती हैं। कुंड के चारों ओर सुरक्षा के लिहाज से रेलिंग लगाई जाएगी। यह रेलिंग कुंड की खूबसूरती और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगाई जाएगी।

कई चरणों में होंगे काम

इस अवसर पर तकनीकी दल के साथ आबकारी उपनिरीक्षक मुकेश पाण्डेय ने बताया कि कुंड क्षेत्र को विकसित करने का कार्य कई चरणों में पूर्ण होगा। प्रथम चरण में जलप्रपात के चारों ओर सुरक्षा रेलिंग, ग्लास ब्रिज, विश्राम स्थल, पार्किंग, प्रसाधन गृह, कैफेटेरिया आदि निर्मित होंगे। वहीं दूसरे चरण में जलप्रपात के नीचे की ओर स्टाप डैम बनाकर नौकायन और एडवेंचर गतिविधियों की व्यवस्था होगी। यह श्रीराम वनपथ गमन मार्ग का एक महत्वपूर्ण स्थल है। नीचे की तरफ चंदेलकालीन शिव मंदिर है। यहां हजारों वर्ष पुराने आदि मानव के समय के अद्भुत शैलचित्र हैं। इसके विकसित होने से यहां पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि होगी। इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए साधन मुहैया हो सकेंगे।

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