पन्ना

एमपी के पन्ना की बेटी ने फहराया दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारों में तिरंगा

Sanjay Patel
19 Aug 2023 8:54 AM GMT
एमपी के पन्ना की बेटी ने फहराया दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारों में तिरंगा
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MP News: मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की बेटी ने दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर कीर्तिमान स्थापित किया है। उसने किलिमंजारों की चढ़ाई कर तिरंगा फहराया।

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की बेटी ने दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर कीर्तिमान स्थापित किया है। उसने किलिमंजारों की चढ़ाई कर तिरंगा फहराया। किलिमंजारो तंजानिया में स्थित है, जिसकी ऊंचाई 19341 फीट है। कीर्तिमान स्थापित करने के बाद तंजानिया नेशनल पार्क के कमिश्नर ने पन्ना की बेटी को सर्टिफिकेट जारी किया।

पन्ना की गौरी ने रचा इतिहास

पन्ना जिले की 29 वर्षीय बेटी गौरी अरजरिया ने इतिहास रचा है। उन्होंने साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो की चढ़ाई कर तिरंगा फहराया। गौरी पन्ना जिले के सिमरिया कस्बे की रहने वाली हैं। वह 15 अगस्त की दोपहर 12.10 बजे चोटी पर पहुंची थीं। इसके बाद उन्होंने 16 अगस्त को भी इसी पर्व पर चढ़ाई की। किलिमंजारो में तिरंगा फहराने के बाद उन्हें तंजानिया नेशनल पार्क के कमिश्नर ने सर्टिफिकेट प्रदान किया।

तापमान रहता है माइनस 20 डिग्री सेल्सियस

गौरी को बचपन से ही कुछ अलग करने का शौक था। वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पन्ना के सिमरिया की रहने वाली गौरी अरजरिया 9 अगस्त को साउथ अफ्रीका के लिए रवाना हुईं। दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो में 15 अगस्त को चढ़ाई कर उन्होंने तिरंगा फहराया। किलिमंजारो चोटी का तापमान माइनस 20 डिग्री सेल्सियस रहता है। इस चोटी की समुद्र तल से ऊंचाई 19341 फीट है।

इन पर्वतों की भी कर चुकी हैं चढ़ाई

गौरी इसके पूर्व भी कई पर्वतों पर चढ़ाई कर चुकी हैं। उत्तराखंड की 13500 फीट ऊंची चंद्रशिला की चोटी पर भी उन्होंने तिरंगा फहराया था। इनके द्वारा 17 हजार फीट ऊंची पश्चिम बंगाल की रोनोक चोटी पर भी चढ़ाई की गई। गौरी ने उत्तराकाशी की केतार कांठी चोटी पर 26 जनवरी 2021 को तिरंगा फहराया था। वहीं 18000 फीट ऊंची विधान चंद्र राय पर्वत की चोटी पर गौरी ने अक्टूबर 2021 में चढ़ाई की थी। गौरी अरजरिया के मुताबिक उन्होंने इस बार दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई की। यह लक्ष्य उन्होंने 6 दिन में हासिल किया। इस बार दोनों दो बार चढ़ाई की। 15 अगस्त को किलिमंजारो में साड़ी में पहली बार चढ़ाई की जिसको महिला सशक्तिकरण के नाम किया। वहीं 16 अगस्त को दूसरी चढ़ाई करते हुए भारत के वीर जवानों के नाम किया।

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