भोपाल में शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के स्थान पर स्व.अर्जुन सिंह की प्रतिमा, पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू
भोपाल/नई दिल्ली। भोपाल के टीटी नगर लिंक रोड नंबर-1 स्थित चौराहे पर शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा के स्थान पर कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विरोध शुरू हो गया है।
सोमवार को शहीद चंद्रशेखर आजाद के पोते अमित आजाद ने किनारे की गई आजाद की प्रतिमा के नीचे बैठकर सांकेतिक अनशन किया। वहीं दिल्ली में जंतर-मंतर पर उनके भतीजे सुजीत आजाद ने धरना दिया। चेतावनी दी गई कि यदि 19 दिसंबर तक कांग्रेस नेता की प्रतिमा को हटाया नहीं गया तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। सोमवार सुबह 10.30 बजे से शाम 5 बजे तक भोपाल में प्रतिमा स्थल पर चले अनशन के दौरान प्रदर्शनकारी 'भारत माता की जय..." और 'शहीदों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान..." के नारे लगाते रहे। शाम 4.30 बजे एसडीएम राजेश शुक्ला मौके पर पहुंचे, प्रदर्शनकारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर स्व. अर्जुन सिंह की प्रतिमा को हटाने की मांग की।
अब ट्रैफिक बाधित नहीं होगा?
अमित आजाद ने सवाल किया ट्रैफिक व्यवस्था के चलते यदि शहीद की प्रतिमा को सड़क के बीच से हटाकर किनारे स्थापित किया गया तो इसमें उन्हें समस्या नहीं है। लेकिन, अब उनके स्थान पर कांग्रेस नेता की प्रतिमा को रख दिया गया, क्या अब ट्रैफिक बाधित नहीं होगा?
यह तो शहीदों का अपमान है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश के लिए यह शर्मिंदगी की बात है कि शहीद के सम्मान के लिए अनशन करना पड़ रहा है। धरना स्थल पर हिस्टोरिकल रिसर्च एसोसिएशन (एचआरए), एबीवीपी, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, हरजन ब्रिगेड के कार्यकर्ता शामिल हुए।
देश के कई शहरों में अनशन
सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर शहीद के भतीजे पंडित सुजीत आजाद भी अनशन पर बैठे। सुजीत ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मांग की कि अर्जुन सिंह की प्रतिमा जल्द हटाई, जाए अन्यथा देशभर में आंदोलन किया जाएगा। इसी मांग को लेकर यूपी, बिहार, हरियाणा, महाराष्ट्र में भी अलग-अलग स्थानों पर सांकेतिक अनशन हुआ।
राजनीतिक दल के प्रतिनिधि नहीं पहुंचे
शहीदों के नाम पर सियासत करने वाले नेताओं ने सोमवार को किए गए अनशन से किनारा कर लिया। अनशन स्थल पर न तो भाजपा की ओर से और न ही कांग्रेस की ओर से कोई नेता पहुंचा। हालांकि भोपाल नगर निगम की एमआईसी कांग्रेस नेता की प्रतिमा को हटाने का प्रस्ताव पारित कर चुकी है।
इस बारे में महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि दो दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी के कारण वह प्रदर्शन स्थल पर नहीं पहुंच सके, लेकिन भाजपा शहीद के परिजनों के साथ है। वहीं, कांग्रेस की ओर से जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने पिछले दिनों शहीद आजाद के परिजनों से बात करने की मंशा जताई थी लेकिन उन्होंने भी संपर्क नहीं किया।
हाई कोर्ट ने मुख्य सचिव से 24 घंटे में मांगा जवाब
जबलपुर स्थित मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने प्रदेश के मुख्य सचिव से प्रतिमा विवाद को लेकर दायर याचिका पर 24 घंटे में जवाब मांगा है। सोमवार को हाई कोर्ट के प्रशासनिक न्यायमूर्ति संजय यादव व जस्टिस अतुल श्रीधरन की युगलपीठ ने ग्रीष्म जैन की ओर से दायर याचिका पर अधिवक्ता सतीश वर्मा का पक्ष सुना।
सुप्रीम कोर्ट की अवमानना
याचिका में कहा गया है कि तीन साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने भोपाल व जबलपुर सहित राज्य के कुछ शहरों में ट्रैफिक व्यवधान को मद्देनजर रखकर चौराहों पर लगी प्रतिमाएं हटाने आदेश दिए थे। इनमें चन्द्रशेखर आजाद, इंदिरा गांधी व शंकरदयाल शर्मा सहित अन्य की प्रतिमाएं शामिल थीं। ऐसे में बीच चौराहे पर अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाना सीधे तौर पर सुप्रीम कोर्ट की अवमानना है।