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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के दफ्तर में चोरी! गोपनीय दस्तावेज लीक हुए

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के दफ्तर में चोरी! गोपनीय दस्तावेज लीक हुए
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Theft in Finance Minister Nirmala Sitharaman's office: निर्मला सीतारमण के ऑफिस में चोरी करने वाले को पकड़ लिया गया है

निर्मला सीतारमण के ऑफिस में दस्तावेजों की चोरी: भारत की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के दफ्तर में चोरी हो गई. उनके ऑफिस में रखे सरकारी गोपनीय दस्तावेज को चोर ने चुरा लिया। जिस आदमी ने वित्त मंत्री के दफ्तर से जो सीक्रेट डॉक्युमेंट्स चुराए थे उसे उनके बदले मुंह मांगी कीमत दी जा रही थी. लेकिन इससे पहले कि वह चोरी किए दस्तावेजों को बेच पाता पुलिस ने उसे पकड़ लिया

निर्मला सीतारमण के ऑफिस में चोरी किसने की?

वित्त मंत्री के के ऑफिस से डॉक्युमेंट चोरी करने वाला कोई और नहीं बल्कि वित्त मंत्रालय का एक कर्मचारी है. जिसे जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. बुधवार 18 जनवरी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जासूसी नेटवर्क का भड़ाफोड़ भी कर दिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पैसों के बदले दूसरे देशों को मंत्रालय की जानकारी देता था. ऐसी जानकारी वो बेहद गोपनीय और संवेदनशील हैं. आरोपी का नाम सुमित है. वह वित्त मंत्रालय में संविदाकर्मी है. और बतौर डाटा ऑपरेटर के रूप में काम करता है.

क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने मिडिया को बताया

हमें मालूम चला है कि सुमित जासूसी गतिविधियों में शामिल था. वो काफी वक़्त से अपने सहयोगियों को संवेदनशील जानकारी देता रहा. उसने 1-2 साल में ही मंत्रालय में काम करना शुरू किया था. धीरे-धीरे उसने अपने कनेक्शन बनाए और सहयोगियों को जानकरी लीक करने लगा

आरोपी के सभी सहयोगी विदेश में रहते हैं. उन लोगों को कुछ विभागों के बारे में सीक्रेट इनफार्मेशन और डेटा चाहिए था. सुमित उन्हें पूरी डिटेल फोन में देता था. इस काम करने के बदले उसे मुंह मांगी रकम दी जाती थी.

17 जनवरी को क्राइम ब्रांच ने आरोपी सुमित के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट की धारा 3 (जासूसी के लिए दंड) और 9 (प्रयास, उकसाने) के तहत मामला दर्ज किया है.

सुमित पकड़ाया कैसे?

पुलिस ने बताया कि- हमें जानकारी मिली थी कि एक कर्मचारी पैसे के लिए गोपनीय जानकारी लीक कर रहा था. धीरे-धीरे लीड डेवलप की गई और सूट की पहचान की गई. जांच में सुमित के पास एक मोबाइल और उस मोबाइल में वो डेटा मिला जो वह अपने विदेश में रहने वाले सहयोगियों से शेयर करता था. पुलिस अब आरोपी के सहयोगियों का पता लगाने में जुटी है.




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