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Sheikh Sajjad Gul Kaun Hai: कौन है शेख सज्जाद गुल? श्रीनगर, बेंगलुरु, केरल सहित पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड

Sheikh Sajjad Gul Kaun Hai: कौन है शेख सज्जाद गुल? श्रीनगर, बेंगलुरु, केरल सहित पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड
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Sheikh Sajjad Gul Kaun Hai: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड शेख सज्जाद गुल की पहचान हो गई है। वह लश्कर-ए-तैयबा के संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) का प्रमुख है और पाकिस्तान के रावलपिंडी में छिपा हुआ है।

Sheikh Sajjad Gul: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली थी। हमले का मास्टरमाइंड शेख सज्जाद गुल है, जो पाकिस्तान के रावलपिंडी में छिपा हुआ है। वह TRF का प्रमुख है और कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है।

शेख सज्जाद गुल का आतंकी इतिहास (Sheikh Sajjad Gul Kaun Hai)

शेख सज्जाद गुल का असली नाम सज्जाद अहमद शेख है। वह 2020 से 2024 के बीच मध्य और दक्षिण कश्मीर में कई हत्याओं में शामिल रहा है। 2023 में कश्मीर में हुए ग्रेनेड हमले और अनंतनाग के बिजबेहरा में जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों पर हमले में भी उसकी संलिप्तता रही है। एनआईए ने अप्रैल 2022 में उसे आतंकवादी घोषित किया था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था।

शिक्षा और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता

शेख सज्जाद गुल ने श्रीनगर में पढ़ाई की और बैंगलोर से एमबीए किया। बाद में केरल में लैब टेक्निशन का कोर्स किया। फिर वह घाटी लौट आया, जहां उसने एक डायग्नोस्टिक लैब खोली और आतंकी समूह की मदद करनी शुरू कर दी। 2002 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से उसे पांच किलोग्राम आरडीएक्स के साथ पकड़ा था। उसने राष्ट्रीय राजधानी में सिलसिलेवार विस्फोट करने की साजिश रची थी, जिसके लिए उसे 7 अगस्त, 2003 को 10 साल की सजा सुनाई गई थी।

पाकिस्तान में छिपा आतंकी सरगना

2017 में जेल से रिहा होने के बाद शेख सज्जाद गुल पाकिस्तान चला गया, जहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 2019 में उसे कश्मीर में TRF का नेतृत्व करने के लिए चुना। टीआरएफ का गठन फरवरी 2019 में पुलवामा की घटना के बाद आईएसआई की एक रणनीति थी। गुल का भाई श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में पूर्व चिकित्सक था और 1990 के दशक में आतंकवादी था। वह सऊदी अरब और बाद में पाकिस्तान चला गया।

सुरक्षा बलों की कार्रवाई और जांच

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की। अधिकारियों ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कई घरों को ध्वस्त किया और सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया। एनआईए की टीम ने पहलगाम हमले में बचे लोगों से बातचीत शुरू की है और आतंकवादियों की तलाश जारी है। अधिकारियों ने बताया कि हमले में शामिल आतंकवादियों की संख्या पांच से सात हो सकती है। उनमें से दो स्थानीय आतंकवादियों की पहचान आदिल ठोकर और आसिफ शेख के रूप में हुई है।

निष्कर्ष

शेख सज्जाद गुल की पहचान और उसकी आतंकी गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलना सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है। अब उसकी गिरफ्तारी और उसके नेटवर्क को नष्ट करने के लिए सुरक्षा बलों की कार्रवाई तेज हो गई है। यह घटना कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी संघर्ष में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।

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