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ज्ञानवापी के शिवलिंग की पूजा करेंगे संत! क्या कोर्ट हिन्दू संतों को ऐसा करने देगा?

ज्ञानवापी के शिवलिंग की पूजा करेंगे संत! क्या कोर्ट हिन्दू संतों को ऐसा करने देगा?
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Shivling of Gyanvapi: संत समाज ने 4 जून को ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की पूजा करने का निश्चय किया है और इसकी घोषणा केदार घाट स्थित विद्या मठ में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की है

ज्ञानवापी के शिवलिंग की पूजा: काशी विश्वनाथ के ठीक बगल में मौजूद ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिला है. इसकी पुष्टि तब हुई जब कोर्ट के आदेश पर हुई वीडियो ग्राफी लीक हो गई. शिवलिंग मिलने के बाद सनातनी संतों ने वर्षों से बिना पूजा के विराजे महादेव की आराधना करने की मांग उठाई है. 4 जून को हिंदू संत भगवान आदि विश्वेश्वर की आराधना शुरू करने के लिए ज्ञानवापी जाएंगे।

ज्ञानवापी के शिवलिंग की पूजा करने के लिए वाराणसी के केदार घाट स्थित विद्या मठ में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की है, उनका कहना है कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के आदेश का पालन होगा, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने कुछ दिन पहले ज्ञानवापी के शिवलिंग की पूजा करने का आदेश दिया था.

कोर्ट हिन्दू संतों को ज्ञानवापी में शिवलिंग की पूजा करने की इजाजत देगा?

कतई नहीं देगा, शिवलिंग की पूजा तो क्या सनातनी संतों को ज्ञानवापी के अंदर प्रवेश देने से ही रोक दिया जाएगा, क्योंकि ऐसा करने से साम्प्रदाइक तनाव की स्थिति निर्मित हो सकती है, मुस्लमान बवाल खड़ा कर सकते हैं. वहीं हिन्दू संतों को ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग की पूजा इस लिए भी नहीं करने दी जाएगी क्योंकि इसी मुद्दे पर तो कोर्ट में याचिका लगाई गई है कि ज्ञानवापी के अंदर बने मां श्रृंगार गौरी की रोजाना पूजा करने की अनुमति मिले। ऐसे में कोर्ट में केस जारी है कोई अंतिम निर्णय हुआ नहीं है. इसी लिए कोर्ट हिंदू संतों को ज्ञानवापी के अंदर जाने ही नहीं देगा।

काशी में 4 जून को कुछ बड़ा होने वाला है

अगर हिन्दू संत ज्ञानवापी में जाने की कोशिश करते हैं तो पुलिस और CRPF उन्हें बाहर ही रोक लेगी, अंदर नहीं जाने देगी। लेकिन इस बीच जोर जबरजस्ती होती है तो पुलिस को एक्शन भी लेना पड़ सकता है. लेकिन इसके बाद विवाद और भी बढ़ जाएगा, ऐसा भी हो सकता है कि दो सम्प्रदायों के बीच झगड़ा शुरू हो जाए.


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