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राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोप पर चुनाव आयोग का पलटवार: 'आधारहीन' और 'गैर-जिम्मेदाराना' बयान

Aaryan Puneet Dwivedi | रीवा रियासत
1 Aug 2025 4:49 PM IST
Updated: 2025-08-01 19:27:55
Rahul Gandhi
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राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोप पर चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अपनाया है. EC ने आरोपों को 'आधारहीन' और 'गैर-जिम्मेदाराना' बताते हुए अपने अधिकारियों से इन्हें नजरअंदाज करने को कहा है.

राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोप: चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों को "आधारहीन" बताते हुए खारिज कर दिया है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि चुनाव प्राधिकरण भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए "वोट चोरी" में लिप्त है. इन आरोपों के जवाब में, चुनाव आयोग ने अपने अधिकारियों को ऐसे "गैर-जिम्मेदाराना" बयानों को नजरअंदाज करने और निष्पक्ष तरीके से काम करने के लिए कहा है. यह घटनाक्रम तब सामने आया जब राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर धांधली का आरोप लगाया और दावा किया कि उनके पास कथित अनियमितताओं के "खुले और बंद" सबूत हैं, जिससे चुनाव आयोग के पास छिपने की कोई जगह नहीं होगी.

राहुल गांधी का 'एटम बम' वाला बयान: क्या है उनके आरोपों का आधार?

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर क्या आरोप लगाए? लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के पास कथित चुनावी अनियमितताओं के सबूतों की तुलना "एटम बम" से की. उन्होंने कहा कि जब यह 'एटम बम' फटेगा, तो चुनाव आयोग के पास देश में छिपने की कोई जगह नहीं होगी. राहुल गांधी ने दावा किया कि उनकी पार्टी को 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव, फिर लोकसभा चुनाव और उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में चुनावी अनियमितताओं का संदेह था. यह बयान चुनावों में धांधली को लेकर कांग्रेस के संदेह को और मजबूत करता है.

चुनाव आयोग की कड़ी प्रतिक्रिया: 'आधारहीन' और 'गैर-जिम्मेदाराना' आरोप

चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों पर क्या कहा? चुनाव आयोग ने राहुल गांधी की टिप्पणियों पर कड़ा रुख अपनाया है. चुनाव आयोग ने एक बयान जारी कर कहा, "चुनाव आयोग दैनिक आधार पर किए जा रहे ऐसे आधारहीन आरोपों को नजरअंदाज करता है, और रोज-रोज दी जा रही धमकियों के बावजूद, सभी चुनाव अधिकारियों से ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयानों को नजरअंदाज करने और एक निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करने के लिए कहता है." यह प्रतिक्रिया दिखाती है कि चुनाव आयोग अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को कितनी गंभीरता से ले रहा है, और वह अपने अधिकारियों के मनोबल को बनाए रखना चाहता है.

विवाद की जड़: मध्य प्रदेश, लोकसभा और महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का संदेह

इस विवाद की जड़ कांग्रेस पार्टी का यह मानना है कि हाल के कुछ महत्वपूर्ण चुनावों में धांधली हुई है. राहुल गांधी ने खासतौर पर मध्य प्रदेश, लोकसभा और महाराष्ट्र के चुनावों का जिक्र किया. कांग्रेस का आरोप है कि इन चुनावों में मतदान प्रक्रिया में हेरफेर किया गया है, हालांकि उन्होंने अपने इन आरोपों के समर्थन में कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं किया है. चुनाव आयोग ने हमेशा इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और सुरक्षित है. यह विवाद भारतीय राजनीति में चुनाव प्रणाली की विश्वसनीयता पर चल रही बहस को और गहरा करता है.

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