केंद्रीय विद्यालय में अब बच्चे को एडमिशन दिलाने सांसदों से जुगाड़ नहीं चलेगा, केवीए में कोटा सिस्टम बंद
Quota system closed In Central School: केंद्रीय स्कूलों में अब कोटा सिस्टम से बच्चों को एडमिशन दिलाना बंद हो गया है. इसी के साथ अपने बच्चों को अच्छी स्कूल में पढ़ाने के लिए अभिवावक जो नेता-नापड़ियों से शिफारिशें लगवाते थे उस प्रथा पर विराम लग गया है. अब केंद्रीय स्कूल में उसी बच्चे को एडमिशन मिलेगा जो उसका असली पात्र होगा। जुगाड़ और जैक काम नहीं आएगा।
केंद्रीय विद्यालय संगठन ने एक अधिसूचना जारी करते हुए केंद्रीय विद्यालयों के प्राचार्यों के नाम आदेश जारी किया है. जिसमे दिल्ली हेडक्वाटर KVS के आदेशानुसार स्पेशल प्रोविजन के तहत किसी भी छात्र को एडमिशन न देने की बात कही गई है।
केंद्रीय विद्यालय में कोटा सिस्टम बंद!
केंद्रीय विद्यालय संगठन के उपयुक्त के. शशिंद्रन ने 12 अप्रैल को आदेश जारी करते हुए. सभी केंद्रीय विद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं कि 'KVS हेडक्वाटर दिल्ली के निर्देशानुसार केंद्रीय विद्यालयों में स्पेशल प्रोविजन (कोटा) के तहत किसी भी स्टूडेंट को एडमिशन न दिया जाए. और इस निर्देश का सख्ती के साथ पालन किया जाए"
बता दें कि कुछ दिनों पहले लोकसभा में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने मांग उठाई थी के या तो केवीए में सांसद कोटा की सीटों की संख्या बढ़ाई जाए या फिर इसे टोटली बंद कर दिया जाए. जिसके बाद कोटा सिस्टम को ही बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि हर जिले के सांसद के पास केंद्रीय विद्यालय में बच्चों का एडमिशन करवाने के लिए 10 कोटा सीट्स रहती थीं. जिनमे सांसद की शिफारिश के बाद बच्चों का एडमिशन केवीए में हो जाता था.