
PM मोदी का तोहफा: जरूरी सामानों में टैक्स घटाने का वादा, दिवाली तक GST में बड़े बदलाव; कम होंगे टैक्स स्लैब

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दो बड़े ऐलान किए हैं। उन्होंने 'प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना' की शुरुआत करने के साथ-साथ यह भी बताया कि दिवाली तक GST में बड़े सुधार (GST reforms) किए जाएंगे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अगले जीएसटी रिफॉर्म्स से आम लोगों के लिए टैक्स कम होगा और रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगी, जिससे लोगों को बहुत फायदा होगा।
दो बड़े ऐलान, युवाओं और आम जनता को फायदा
पीएम मोदी ने कहा, "आज मैं आपके लिए खुशखबरी लेकर आया हूं। 15 अगस्त के दिन मेरे देश के युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ रुपए की प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना शुरू कर रहे हैं। इससे साढ़े 3 करोड़ नौजवानों को रोजगार मिलेगा।"
इसके साथ ही उन्होंने जीएसटी रिफॉर्म्स की भी घोषणा की। एक महीने पहले आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार 12% के GST स्लैब को पूरी तरह से खत्म कर सकती है और इस स्लैब में आने वाले टूथपेस्ट, बर्तन, कपड़े, और जूते जैसे आइटम्स को 5% के स्लैब में लाया जा सकता है।
4 स्लैब की जगह 2 स्लैब का प्रस्ताव
वित्त मंत्रालय ने बताया है कि केंद्र सरकार ने GST काउंसिल को सुधारों का एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें GST के 4 स्लैब को घटाकर 2 करने की बात कही गई है। इस नए सिस्टम में एक सामान्य (standard) और एक रियायती (merit) स्लैब होगा। इन सुधारों का मुख्य मकसद टैक्स प्रक्रिया को आसान बनाना और कच्चे व तैयार माल पर लगने वाले टैक्स में संतुलन लाना है।
5 साल में दोगुना हुआ GST कलेक्शन
1 जुलाई 2017 को GST लागू होने के 8 साल पूरे हो चुके हैं। इन 8 सालों में GST कलेक्शन में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में कुल GST कलेक्शन 22.08 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो 5 साल पहले 2020-21 में 11.37 लाख करोड़ था। इसका मतलब है कि 5 साल में टैक्स कलेक्शन लगभग दोगुना हो गया है। साथ ही, रजिस्टर्ड टैक्सपेयर्स की संख्या भी 2017 के 65 लाख से बढ़कर 1.51 करोड़ से ज़्यादा हो गई है। यह देश की मजबूत अर्थव्यवस्था और टैक्स सिस्टम की पारदर्शिता को दिखाता है।




