
ईरान-इजराइल युद्ध में पाकिस्तान की दोहरी भूमिका पर सवाल, सेना प्रमुख मुनीर घेरे में

मुनीर
ईरान-इजराइल संघर्ष में पाकिस्तान की अजीब भूमिका
ईरान और इजराइल के बीच चल रहे युद्ध में पड़ोसी देश पाकिस्तान की भूमिका अजीब और उलझी हुई दिख रही है। जहां भारत दोनों देशों का मित्र होने के कारण तटस्थ बना हुआ है, वहीं पाकिस्तान की ज़ुबान पर कुछ और है और उसके इरादे कुछ और लग रहे हैं। एक तरफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ईरान पर हुए अमेरिकी हमले की निंदा कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ सेना प्रमुख आसिम मुनीर डोनाल्ड ट्रम्प को 'शांतिदूत' की उपाधि दे रहे हैं।
सेना प्रमुख आसिम मुनीर से जनता की नाराज़गी
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के बाद डोनाल्ड ट्रम्प और पाकिस्तानी सरकार के बीच संबंध अच्छे हुए हैं। ट्रम्प ने खुद को पाकिस्तानी फील्ड मार्शल से 'शांतिदूत' घोषित करवा लिया है। हैरानी की बात यह है कि आसिम मुनीर के साथ दावत खाने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने कथित तौर पर उन्हें भी भ्रमित कर दिया। आसिम मुनीर ने एक दिन पहले ही नोबेल पुरस्कार के लिए ट्रम्प की सिफारिश की थी और अगले ही दिन ट्रम्प ने ईरान पर हमला बोल दिया। इस घटना के बाद खुद पाकिस्तानी जनता आसिम मुनीर से नाराज़ दिख रही है।
ईरानी कमांडर बाकरी की मौत में मुनीर का हाथ?
इजराइल और ईरान के बीच शुरुआती तनाव के दौरान ईरान के शीर्ष कमांडर मोहम्मद हुसैन बाकरी को इजराइल ने मार गिराया था। अब खबरें आ रही हैं कि मिसाइल हमले में इजराइल के एक शीर्ष कमांडर की भी मौत हुई है। मोहम्मद हुसैन बाकरी की मौत का आरोप पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर लगाया जा रहा है। दरअसल, आसिम मुनीर ने ईरानी कमांडर मोहम्मद हुसैन बाकरी को एक स्मार्ट घड़ी उपहार में दी थी, जिसमें कथित तौर पर जीपीएस ट्रैकर लगा हुआ था। आरोप है कि इसी जीपीएस ट्रैकर की वजह से इजराइल ने बाकरी की लोकेशन ट्रैक की और सटीक निशाना लगाया।
मुनीर द्वारा दी गई घड़ी में क्या था खास?
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुनीर की ईरान यात्रा के दौरान जनरल बाघेरी को उपहार में दी गई एक हाई-एंड कलाई घड़ी अब चर्चा का विषय बन गई है। दावा किया जा रहा है कि यह घड़ी जीपीएस बीकन से लैस थी। इससे जुड़े पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, हालांकि इसकी कोई पुष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं है। जीपीएस बीकन से लैस डिवाइस रियल टाइम में लोकेशन डेटा भेज सकते हैं।
आरोपों के बाद मुनीर की आलोचना
आसिम मुनीर पर आरोप लग रहे हैं कि इस घड़ी की वजह से जनरल बाघेरी की गतिविधियों पर संभावित रूप से नज़र रखी जा सकती थी। अगर यह घड़ी वाकई ट्रैकिंग डिवाइस थी, तो यह ईरान के सैन्य ठिकानों, रणनीतिक बैठकों और अन्य संवेदनशील सूचनाओं के लिए खतरा बढ़ा देती। यह घटना वाकई चिंता का विषय हो सकती है। हालांकि, अभी तक पाकिस्तान या ईरान की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर मुनीर की आलोचना हो रही है।




