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NASA: नासा ने कहा हमने सोलर सिस्टम से अलग 5000 ग्रह खोजे, 200 पृथ्वी जैसे जहां जीवन हो सकता है

NASA: नासा ने कहा हमने  सोलर सिस्टम से अलग 5000 ग्रह खोजे, 200 पृथ्वी जैसे जहां जीवन हो सकता है
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NASA: नासा का कहना है कि जैसे हमारे सौर्यमंडल में पृथ्वी ग्रह पर जीवन है वैसे ब्राम्हण में अनगिनत सौर्यमंडल और पृथ्वी जैसे गृह है

NASA: अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने एलियन जीवन और ब्रम्हांड में पृथ्वी जैसे कई और ग्रहों की मौजूदगी होने का दावा किया है. जब से मानवजाति खगोल के रहस्यों को सुलझाने में जुटी है तभी से यह सवाल सभी के अंदर है कि क्या पृथ्वी के अलावा भी कहीं और जीवन है? क्या एलियन हैं? और ऐसे कितने गृह हैं जहां जीवन हो सकता है.

वैसे इस अनंत ब्रम्हांड में हमारे सौर्यमंडल जैसे अरबों सौर्यमंडल हैं. आसमान में दिखाई देने वाला हर एक तारा एक सूरज है और उसके सौर्यमंडल में भी गृह उस सितारे के चक्कर काटते हैं. नासा ने हाल ही में अबतक का सबसे बड़ा टेलिस्कोप अंतरिक्ष में भेजा है जिसके बाद से अबतक कई रहस्यों से पर्दा उठा है।

क्या पृथ्वी के बाहर जीवन है

अगर हम अपने सोलर सिस्टम में पृथ्वी के अलावा मौजूद ग्रहों की बात करें तो कहीं जीवन नहीं है. लेकिन मंगल गृह जैसे गृह में जीवन की संभावनाएं जरूर हैं. लेकिन ब्रम्हांड अन्य सोलर सिस्टम में ऐसे कई ग्रहों की पहचान नासा ने की है जहां जीवन हो सकता है, हमारे-आपके जैसे लोग या हमसे थोड़ा अलग प्रकार के जीव वहां हो सकते हैं.

नासा ने दावा किया है कि उसने अबतक ऐसे 5000 ग्रहों को चिन्हित किया है जिसमे से 65 को हाल ही में खोजा गया है। इन 5000 ग्रहों में 200 गृह ऐसे हैं जहां का वातावरण बिलकुल पृथ्वी जैसा है. जहां जीवन होने के पूरे आसार हैं. नासा का कहना है कि इन ग्रहों में जीवन हो सकता है।

नासा ने सुपर अर्थ की खोज की है

हाल ही में नासा ने एक्सोप्लैटनेटम के-2-377 बी नाम के ग्रह की खोज की है, जिसे सुपर अर्थ कहा जा रहा है. ऐसा इस लिए क्योंकि यह पृथ्वी जैसा है लेकिन पृथ्वी से बहुत ज़्यादा बड़ा है। जैसे पृथ्वी 24 घंटे में अपनी धुरी पर घूमती है वैसे सुपर अर्थ को एक चक्कर लगाने में 12.8 दिन का समय लगता है. एक्सोप्लैटनेट का मतलब है वो गृह जो हमारे सौर्यमंडल से बाहर किसी दूसरे सौर्यमंडल का हिस्सा होते हैं.

पृथ्वी जैसे अन्य गृह हमसे बहुत दूर

  • नासा का कहना है कि पृथ्वी जैसे वातावरण वाले जितने भी ग्रहों की खोज हुई है वह हमसे बहुत ज़्यादा दूर हैं. इतना दूर है कि अगर इंसान प्रकाश की जाती मतलब लाइट की स्पीड को भी पा ले तो वहां तक पहुंचने में हज़ारों साल लग जाएंगे। आपको बता दें की लाइट की स्पीड 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकेण्ड होती है.
  • बता दें की यह ब्रहांड इतना बड़ा है कि हमारी आकाश गंगा की लम्बाई एक लाख प्रकाश वर्ष जितनी बड़ी है. और इसमें 100 अरब तारें हैं और हर तारे का अपना सौर्यमंडल है जिसमे कई गृह हैं और उन ग्रहों में से सिर्फ अबतक 5 हज़ार ग्रहों की ही खोज हुई है.
  • अपनी आकाश गंगा में जैसे तारे हैं वैसे एक छोटा सा बिंदु हमारा सूरज है, आज तक किसी भी उपग्रह मतलब सेटेलाइट ने अपना सौर्यमंडल पार नहीं कर पाया है. सिर्फ एक ही सेटेलाइट वाईजर-1 ही सौर्यमंडल से सिर्फ 23 अऱब किलोमीटर दूर गया है.
  • नासा का कहना है कि हामरे ब्रम्हांड में 19 अरब गैलेक्सी हो सकती हैं. और हर एक गैलेक्सी में जीवन की संभावनाएं हैं.

आप अंतरिक्ष के बारे में जितना जानोगे उतना ही गहराई में डूबते जाओगे। इसका कोई अंत ही नहीं है हो सकता है कि नासा के बताए आंकड़ों से भी अरबों-खरबो गुना ज़्यादा गृह और सूर्यमंडल हों

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