छत्तीसगढ़

अभिनदंन की तरह राकेश्वर को नक्सलियों से ढूढ कर लाये मोदी सरकार, पत्नी और बेटी की मांग : Chhattisgarh News

छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh News) : प्रदेश के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के बाद से लापता राकेश्वर के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें सुरक्षित ढूंढ निकलने की गुहार लगाई है। 

छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh News) : प्रदेश के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के बाद से लापता राकेश्वर के परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें सुरक्षित ढूंढ निकलने की गुहार लगाई है।

उनकी पत्नी का कहना है कि जैसे विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाकर वे लाए थे, वैसे ही उनके पति को भी वापस लाया जाए। उनका कहना है कि शनिवार को हुये नक्सली हमले के बाद से उनका कोई सम्पर्क नही है।

हमले में शहीद हुये जवान

दरअसल बीजापुर हमले के दौरान 22 जवान शहीद हो गए थें। कुछ जवानों के लापता होने की भी खबर हैं। उनमें से जम्मू जिले के बरनई इलाके के रहने वाले सीआरपीएफ कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास भी है। वे सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के जवान हैं। 35 साल के राकेश्वर दो साल से छत्तीसगढ़ के नक्सली इलाकों में पोस्टेड हैं। वे कई एंटी नक्सल ऑपरेशनों का हिस्सा रह चुके हैं।

पत्नी-पुत्री का रो-रो कर बुरा हाल

राकेश्वर का परिवार जम्मू के बाहरी बरनई इलाके में रहता है। लापता बेटे की कोई खबर नहीं मिलने के चलते परिवार के लोग चिंतित हैं। उनकी पत्नी और 6 साल की बेटी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।

ऑपरेशन पर जाते समय की थी बात

पत्नी मीनू कहना है कि सरकार जवानों को ढूंढकर लाएं। उन्होने बताया कि पति से शुक्रवार की रात बात हुई थी, उन्होंने बताया था कि खाना पैक कर रहा हूं, एक ऑपरेशन पर जाना है। उसके बाद से उनका कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है, फोन भी नहीं लग रहा है। राकेश्वर का परिवार मान रहा है कि उन्हें नक्सलियों ने अपने कब्जे में ले रखा है, हांलाकि अभी तक सरकार या सीआरपीएफ ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

Next Story