PLA ने अरुणाचल प्रदेश से 17 साल के लड़के 'मिराम टैरोन' को अगवा कर लिया, राहुल बोले बुजदिल है मोदी..
Miram Taron: देश के अरुणाचल प्रदेश से चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) ने एक भारतीय लड़के को अगवा कर लिया है (Chinese army kidnapped a 17-year-old boy) उस 17 साल के लड़के का नाम मिराम टैरोन है जो अभी चीनी सेना के कब्जे में है। इस मामले में इंडियन आर्मी की तरफ से PLA से तुरंत संपर्क करते हुए चीनी सेना की करतूत पर आपत्ति जताई है और सेना के प्रोटोकॉल के तहत उस लड़के को वापस लौटने के लिए कहा है।
इस मामले में कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के पीएम मोदी पर निशाना साधा है, राहुल ने कहा कि इस घटना पर पीएम की बुजदिल चुप्पी ही उनका बयान है, उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले भारत के एक भाग्य विधाता का चीन ने अपहरण किया है- हम मीराम तारौन के परिवार के साथ हैं और उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, हार नहीं मानेंगे।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 20, 2022
PM की बुज़दिल चुप्पी ही उनका बयान है- उन्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता!
ऐसे कैसे अगवा कर लिया
अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गाव ने दावा किया है कि चीनी सेना ने प्रदेश के सियांग जिले से एक 17 साल के किशोर का अपहरण किया है। दावा है कि PLA ने मंगलवार को लुंगटा ज़ोर इलाके से उसे अगवा किया है। किशोर का नाम मिराम टैरोन बताया जा रहा है। पीटीआई के मुताबिक मिराम टैरोन के दोस्त जॉनी येंग ने उसके अपहरण होने की जानकारी अधिकारीयों को दी है।
पता चला है कि अरुणाचल प्रदेश त्सांगपो नदी के पास से उसका अपहरण किया गया है। सांसद ने ट्वीट करते हुए बताया है कि चीनी सेना से उस लड़के को जिदो गांव से अगवा किया है। उन्होंने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से भी आग्रह किया है कि वो उस बच्चे को सुरक्षति वापस भारत ले आएं और इसी सिलसिले में उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पीएम मोदी को भी को भी ट्वीट किया है।
चीनी सेना ने पहले भी कइयों को अगवा किया था
इससे पहले भी PLA ने ऐसी हरकत सितंबर 2020 में की थी जब उसने अरुणाचल प्रदेश के सुबनसिरी जिले से 5 युवकों को अगवा कर लिया था। और एक हफ्ते बाद उन्हें रिहा कर दिया था। एक बार फिर PLA ने हिंदुस्तानी नागरिक का अपहरण किया है। भारत चीन को सही तरीके से जवाब नहीं दे पा रहा है। एक बार बड़ा एक्शन लिया जाए तो चीनी सरकार और सेना की बुद्धि खुल जाए। लेकिन देश के पीएम और रक्षा मंत्री अपने मुंह से चीन का नाम तक नहीं लेते।