राष्ट्रीय

AI टैलेंट को हायर करने के लिए मार्क जुकरबर्ग ने खोले खजाने, ऑफर में उड़ा दिए अरबों डॉलर

Mark Zuckerberg
x

Mark Zuckerberg

AI टैलेंट को अपनी ओर खींचने के लिए मार्क जुकरबर्ग अरबों डॉलर के ऑफर दे रहे हैं. उन्होंने ओपनएआई और एप्पल जैसे कंपनियों के कर्मचारियों को करोड़ों डॉलर की सैलरी का पैकेज दिया है.

मेटा में AI टैलेंट की तलाश: तकनीकी दुनिया में AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की दौड़ तेज हो गई है, और मेटा (Meta) इस दौड़ में सबसे आगे रहने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. मार्क जुकरबर्ग ने 2025 में AI के विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ टैलेंट को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए खजाने खोल दिए हैं. जुकरबर्ग ने ओपनएआई (OpenAI) और एप्पल (Apple) जैसी कंपनियों के कर्मचारियों से लेकर स्टार्टअप्स के प्रतिभाशाली लोगों तक को बड़े-बड़े ऑफर दिए हैं, जिनमें से कुछ स्वीकार नहीं किए गए. जुकरबर्ग ने इस साल AI टैलेंट को जितने ऑफर दिए हैं, उनकी कुल राशि हॉलीवुड की लोकप्रिय ब्लॉकबस्टर फिल्मों जैसे 'एवेंजर्स' और 'सुपरमैन' की बॉक्स ऑफिस कमाई से भी कहीं ज्यादा है.

जुकरबर्ग के ऑफर: 1.5 बिलियन डॉलर तक की पेशकश, हॉलीवुड की फिल्मों की कमाई भी पीछे

मार्क जुकरबर्ग ने AI टैलेंट को कितना ऑफर दिया? जुकरबर्ग, जो इस समय दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं, के लिए अब यह लाखों का खेल नहीं है, बल्कि अरबों डॉलर का हो गया है. उन्होंने कथित तौर पर मीरा मुराती के एआई स्टार्टअप, थिंकिंग मशीन्स लैब (Thinking Machines Lab) के एक कर्मचारी को अपने साथ शामिल होने के लिए $1 बिलियन की पेशकश की. वहीं, उस स्टार्टअप के सह-संस्थापक एंड्रयू टुलॉच (Andrew Tulloch) को मेटा में शामिल होने के लिए कथित तौर पर $1.5 बिलियन का ऑफर दिया गया, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया.

जुकरबर्ग ने उस स्टार्टअप से अन्य लोगों को भी लुभाने की कोशिश की है, जिनके पैकेज चार साल की अवधि में $200 मिलियन से $500 मिलियन तक थे. खास बात यह है कि ये अरबों डॉलर के ऑफर भी बहु-वर्षीय पैकेज हैं. हालांकि, मेटा के प्रमुख ने आश्वासन दिया है कि ऑफर स्वीकार करने वालों को पहले साल में ही $50-100 मिलियन मिलेंगे. वायर्ड (Wired) की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने ओपनएआई के टैलेंट को भी चार सालों के लिए $300 मिलियन के आसपास के पैकेज दिए हैं.

एप्पल और ओपनएआई के टैलेंट पर जुकरबर्ग की नजर

जुकरबर्ग केवल बड़ी कंपनियों तक ही सीमित नहीं हैं. उन्होंने एक 24 वर्षीय एआई शोधकर्ता मैट डाइटके (Matt Deitke) को भी लुभाने की कोशिश की. जब मैट ने मेटा में शामिल होने के लिए चार साल के लिए $125 मिलियन के ऑफर को ठुकरा दिया, तो जुकरबर्ग ने उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और डील को बढ़ाकर $250 मिलियन कर दिया.

इसके अलावा, जुकरबर्ग ने एप्पल के पूर्व एआई प्रमुख, रुओमिंग पैंग (Ruoming Pang) को भी अपने साथ लाने के लिए कथित तौर पर $200 मिलियन का बहु-वर्षीय पैकेज दिया है. जुकरबर्ग द्वारा दिए गए इन पैकेजों की कुल राशि लगभग $2.6 बिलियन है, जो हॉलीवुड की बड़ी फिल्मों की कमाई को भी पीछे छोड़ देती है. उदाहरण के लिए, 'एवेंजर्स: एंडगेम' ने अमेरिकी बॉक्स ऑफिस पर $858.37 मिलियन कमाए थे, जबकि 'सुपरमैन' (2025) ने $300 मिलियन का आंकड़ा पार किया है. इन दोनों को भी मिला दिया जाए, तो यह लगभग $1.16 बिलियन होता है – जो जुकरबर्ग के ऑफर से $1 बिलियन कम है.

AI ही क्यों? भविष्य की टेक्नोलॉजी पर जुकरबर्ग का बड़ा दांव

मार्क जुकरबर्ग AI पर क्यों इतना पैसा खर्च कर रहे हैं? जुकरबर्ग का यह आक्रामक कदम AI टेक्नोलॉजी के भविष्य पर उनके विश्वास को दर्शाता है. वह AI को न केवल मेटा के लिए बल्कि पूरे तकनीकी जगत के लिए एक गेम-चेंजर मानते हैं. वह जानते हैं कि इस क्षेत्र में आगे रहने के लिए सबसे अच्छे दिमागों की जरूरत है, और उन्हें पाने के लिए वे कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. जुकरबर्ग के पैकेज में केवल सैलरी ही नहीं, बल्कि इक्विटी और अन्य घटक भी शामिल हैं. मेटा ने 2025 में पूंजीगत व्यय (capital expenditures) पर $72 बिलियन खर्च करने का संकल्प लिया है, जिसमें AI पर निवेश एक बड़ा हिस्सा होगा. यह दिखाता है कि जुकरबर्ग AI को लेकर कितने गंभीर हैं.

Next Story