
ईरान-इजराइल वार: 5वें दिन भी जंग जारी, ईरान ने मोसाद मुख्यालय पर बोला हमला; US का दावा- ईरानी आसमान पर हमारा कंट्रोल, ब्रिटेन ने मिडिल ईस्ट में फाइटर जेट्स तैनात किए

ईरान और इजराइल के बीच शुरू हुआ सैन्य टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है और यह लगातार 5वें दिन भी जारी है। दोनों देशों की तरफ से हो रहे हमलों ने पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव को चरम पर पहुँचा दिया है। इन हमलों में अब तक दोनों तरफ से भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइली हमलों में ईरान में 224 लोग मारे गए हैं और 1,481 से ज्यादा घायल हुए हैं। वहीं, ईरान के हमलों से इजराइल में 24 लोगों की मौत हुई है और लगभग 600 लोग घायल हैं।
मोसाद मुख्यालय पर ईरान का बड़ा हमला
मंगलवार को ईरान ने एक बड़ा कदम उठाते हुए तेल अवीव में स्थित इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के मुख्यालय पर हवाई हमला किया। इसके साथ ही, ईरान ने इजराइल की सैन्य खुफिया एजेंसी 'अमान' की इमारत को भी अपना निशाना बनाया। इस हमले ने इजराइल की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और जवाबी कार्रवाई की आशंका बढ़ गई है।
इजराइली हमले में ईरानी कमांडर की मौत
दूसरी तरफ, इजराइल के हवाई हमलों ने ईरान को बड़ा झटका दिया है। एक हवाई हमले में ईरान के डिप्टी कमांडर मेजर जनरल अली शादमानी की मौत हो गई। शादमानी ईरान के खतम-अल-अनबिया मुख्यालय, यानी देश की मुख्य सैन्य आपातकालीन कमांड के प्रमुख थे। उन्होंने कुछ दिन पहले ही यह महत्वपूर्ण पद संभाला था। उनसे पहले इस पद पर मौजूद मेजर जनरल गुलाम अली राशिद की भी 13 जून को एक इजराइली हमले में मौत हो गई थी।
ईरानी मिसाइल ठिकानों पर इजराइल की एयरस्ट्राइक
जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइली वायुसेना ने ईरान के अंदर 12 मिसाइल ठिकानों को निशाना बनाते हुए कई हवाई हमले किए हैं। इन हमलों के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिनमें ईरानी ठिकानों को तबाह होते हुए देखा जा सकता है।
US का दावा- ईरानी आसमान पर हमारा कंट्रोल, ब्रिटेन ने मिडिल ईस्ट में फाइटर जेट्स तैनात किए
इस बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका और ब्रिटेन भी सक्रिय हो गए हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया कि 'ईरान के आसमान पर हमारा पूरा कंट्रोल है।' उनके इस बयान ने अटकलों को जन्म दे दिया है कि क्या अमेरिका इस लड़ाई में इजराइल की मदद कर रहा है। वहीं, ब्रिटेन ने भी अपने नागरिकों की सुरक्षा और क्षेत्र में स्थिरता लाने के उद्देश्य से मिडिल ईस्ट में अपने फाइटर जेट्स तैनात कर दिए हैं।




