
IndiGo Flight Crisis: 5वें दिन भी हालात नहीं सुधरे, 2000 से ज्यादा फ्लाइट रद्द — DGCA ने दी अस्थायी राहत

- इंडिगो के ऑपरेशन में लगातार पांचवें दिन भी सुधार नहीं, रातभर यात्रियों को परेशानी।
- चार दिनों में 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द, करीब 3 लाख यात्री प्रभावित।
- शनिवार और रविवार को 25–30% अतिरिक्त फ्लाइट्स रद्द या लेट हो सकती हैं।
- DGCA ने FDTL नियमों में 10 फरवरी 2026 तक दी अस्थायी राहत।
- सिविल एविएशन मिनिस्टर ने कहा — गलती इंडिगो की, जांच होगी और कार्रवाई तय है।
इंडिगो के ऑपरेशन में पांचवें दिन भी सामान्य स्थिति नहीं, 2 हजार से अधिक उड़ानें रद्द!
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी IndiGo में चल रहा ऑपरेशनल संकट शनिवार को भी जारी रहा। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई जैसे प्रमुख एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की लंबी कतारें और रातभर इंतजार का सिलसिला जारी रहा। पिछले चार दिनों में 2,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे लगभग 3 लाख यात्री सीधे प्रभावित हुए हैं। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर अव्यवस्था और इंतजार की समस्याओं की शिकायत की।
सप्ताहांत पर और बढ़ सकती है समस्या, 25–30% उड़ानें प्रभावित
इंडिगो ने संकेत दिया है कि शनिवार और रविवार को फ्लाइट संचालन और अधिक प्रभावित होने की संभावना है। एयरलाइन के अनुमान के अनुसार 25–30% तक उड़ानें या तो रद्द होंगी या अपने निर्धारित समय से काफी देर बाद उड़ेंगी। पिछले दिनों में रोजाना लगभग 500 फ्लाइट्स लेट हो रही थीं, लेकिन सप्ताहांत में यह संख्या 600 के पार जा सकती है क्योंकि इन दो दिनों में अन्य दिनों की तुलना में एयरलाइन लगभग एक तिहाई अधिक उड़ानें ऑपरेट करती है।
इंडिगो का बयान — स्थिति को सामान्य करने में लगेगा समय
इंडिगो ने कहा है कि हालात को पूरी तरह सामान्य करने में 15 दिसंबर तक का समय लग सकता है। एयरलाइन ने यात्रियों से धैर्य रखने की अपील की है और रद्द फ्लाइट्स के लिए रीबुकिंग व रिफंड के विकल्प उपलब्ध कराए हैं।
एविएशन मंत्री ने कहा - इंडिगो की गलती, जांच के आदेश
सिविल एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू ने इस पूरे मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि:
“FDTL के नए नियम 1 नवंबर से लागू हुए हैं। इन नियमों से किसी भी अन्य एयरलाइन को समस्या नहीं हुई, यह बताता है कि गलती इंडिगो की अपनी है। इसकी जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
DGCA ने दी अस्थायी राहत — पायलटों को छुट्टी देने का नियम वापस
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो के बढ़ते स्टाफ संकट को देखते हुए अस्थायी रूप से कुछ राहत देने की घोषणा की है। DGCA ने 10 फरवरी 2026 तक उस प्रावधान को वापस ले लिया है जिसमें एयरलाइंस को “साप्ताहिक अवकाश के स्थान पर कोई अन्य छुट्टी न देने” की बाध्यता थी।
FDTL के नए नियम — क्यों बढ़ा संकट?
FDTL (Flight Duty Time Limitation) नियमों का उद्देश्य पायलटों और क्रू को पर्याप्त आराम देना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। नियम दो चरणों में लागू किए गए:
- पहला चरण – 1 जुलाई से लागू
- दूसरा चरण – 1 नवंबर से लागू
दूसरे चरण में क्रू के आराम के घंटे बढ़ा दिए गए, जिससे एयरलाइंस को अतिरिक्त पायलट और क्रू की आवश्यकता पड़ने लगी। इंडिगो के पास पहले से ही क्रू की कमी बताई जा रही थी, जिसके कारण अचानक शेड्यूल गड़बड़ा गया और उड़ानें रद्द होने लगीं।
DGCA के नए नियमों से इंडिगो में संकट
- साप्ताहिक आराम: हर सप्ताह 48 घंटे का वीकली रेस्ट ज़रूरी।
- नाइट ड्यूटी: पहले सुबह 5 तक थी, अब रात 12 से सुबह 6 तक शिफ्ट।
- नाइट लैंडिंग पर लिमिट: पहले पायलट 6 लैंडिंग तक करते थे, अब सिर्फ़ 2 की इजाज़त।
- लगातार नाइट शिफ्ट पर रोक: लगातार 2 रातों से ज़्यादा ड्यूटी नहीं लग सकती।
- फ्लाइट ड्यूटी पीरियड लिमिट: प्री-फ्लाइट और पोस्ट-फ्लाइट में अतिरिक्त 1 घंटे से अधिक काम नहीं।
- लंबी उड़ानों के बाद रेस्ट: कनाडा-यूएस जैसी लंबी उड़ानों के बाद पायलट को 24 घंटे का रेस्ट।
असर क्या हुआ
- पायलट और क्रू की संख्या अचानक कम हो गई।
- सभी एयरपोर्ट्स पर फ्लाइट शेड्यूल बिगड़ा।
- कई फ्लाइट्स रह या देरी से चलीं।
- अतिरिक्त भर्ती और ट्रेनिंग देनी पड़ रही है।
पायलटों और क्रू की कमी — इंडिगो पर सबसे बड़ा असर
नई FDTL गाइडलाइंस लागू होने से एयरलाइन को प्रतिदिन अधिक क्रू की आवश्यकता पड़ रही है। इंडिगो की बड़ी नेटवर्क क्षमता और अधिक उड़ान संख्या के कारण यह संकट और बढ़ गया। अन्य एयरलाइंस इस बदलाव को संभालने में सफल रहीं, लेकिन इंडिगो को बड़े पैमाने पर पायलटों की कमी झेलनी पड़ी, जिसका सीधा असर उड़ानों पर दिख रहा है।
यात्रियों की परेशानियाँ — रातभर एयरपोर्ट पर इंतजार
रद्द उड़ानों और देरी की वजह से हजारों यात्री दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई एयरपोर्ट पर रातभर फंसे रहे। कई यात्रियों ने बताया कि उन्हें घंटों तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली। सोशल मीडिया पर यात्रियों ने भोजन, पानी, बैठने की जगह और हेल्पडेस्क की कमी की शिकायतें भी दर्ज कीं।
FAQs — IndiGo फ्लाइट संकट
Q1. इंडिगो में फ्लाइट रद्द क्यों हो रही हैं?
नई FDTL नियमों के बाद क्रू की कमी और शेड्यूलिंग समस्या मुख्य कारण है।
Q2. कितनी उड़ानें अब तक रद्द हुई हैं?
चार दिनों में 2,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुई हैं।
Q3. यात्रियों को राहत कब मिलेगी?
इंडिगो ने कहा है कि 15 दिसंबर तक स्थिति सामान्य हो सकती है।
Q4. DGCA ने क्या राहत दी है?
साप्ताहिक अवकाश वाले नियम में 10 फरवरी 2026 तक छूट दी गई है।
Q5. क्या एयरलाइन पर कार्रवाई होगी?
हाँ, मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा है कि जांच होगी और गलती साबित होने पर कार्रवाई तय है।




