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भारत की प्रति व्यक्ति आय 2022: देश के 90% लोग महीने का 25,000 भी नहीं कमाते, रिपोर्ट में खुलासा

भारत की प्रति व्यक्ति आय 2022: देश के 90% लोग महीने का 25,000 भी नहीं कमाते, रिपोर्ट में खुलासा
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India's per capita income 2022: अगर आप हर महीने 25 हज़ार से ज़्यादा कमाई करते हैं तो आप देश की 10% ज़्यादा कमाने वाली आबादी का हिस्सा हैं

India's per capita income 2022: भारत गरीब देश नहीं है लेकिन यहां गरीबों की तादात बहुत ज़्यादा है. हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमे भारत में रहने वाले कमाऊ लोगों की प्रति व्यक्ति आय के बारे में खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार भारत की 90% आबादी हर महीने 25 हज़ार रुपए भी नहीं कमा पाती है अगर आप हर महीने 25 हज़ार रुपए से अधिक कमाते हैं तो आप देश की 10% ज़्यादा कमाने वाली आबादी का हिस्सा हैं.

भारत में असमानता की स्थिति की रिपोर्ट India arm of a global competitiveness initiative भारत शाखा द्वारा तैयार की गई है, जो देश में घोर असमानता की स्थिति पर प्रकाश डालती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 90 फीसदी भारतीय प्रति माह 25,000 रुपये भी नहीं कमाते हैं.

India arm of a global competitiveness initiative की रिपोर्ट में क्या है

India arm of a global competitiveness initiative Report: यह रिपोर्ट बताती है कि भारत में अमीर और गरीब में कितना बड़ा फासला है, अगर आप सालाना 3 लाख रुपए कमाते हैं तो आप देश की 90% जनता से ज़्यादा कमाई कर रहे हैं. एक लिहाज दे देखें तो आप 3 लाख रुपए कमा कर भी अमीर हैं. India arm of a global competitiveness initiative की रिपोर्ट आय प्रोफ़ाइल, श्रम बाजार की गतिशीलता, स्वास्थ्य, शिक्षा और घरेलू सुविधाओं जैसे विभिन्न संकेतकों को देखकर देश में असमानता की स्थिति का व्यापक अवलोकन देने वाली जानकारी है.

रिपोर्ट में और क्या है

रिपोर्ट में कहा गया है कि आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण 2019-20 (Periodic Labour Force Survey 2019-20) से आय के आंकड़ों के एक्सट्रपलेशन से पता चला है कि 25,000 रुपये हर महीने कमाने वाला शख्स देश की 90% कमाऊ जनता से ऊपर है. रिपोर्ट में देश में असमानता को कम करने के साधन के रूप में एक शहरी रोजगार योजना और सार्वभौमिक बुनियादी आय बताया गया है।

TOP के 1% लोग नीचे के 10% लोगों से तीन गुना ज़्यादा कमाई करते हैं

पीएलएफएस 2019-20 (Annual Report of the PLFS 2019- 20) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वार्षिक संचयी वेतन (Annual cumulative wages) लगभग 18,69,91,00,000 रुपये था, जिसमें से टॉप 1% ने लगभग 1,27,48,00,000 रुपये कमाए, और नीचे के 10% की इनकम 32,10,00,000 रुपये थी, जो यह बताता है कि टॉप 1 फीसदी लोग नीचे के 10 फीसदी लोगों की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक पैसे कमाते हैं।


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