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Independence Day: ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर है? जानें

Independence Day: ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर है? जानें
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75th Independence Day: कई बार हम सुनते हैं की ध्वजारोहण किया गया, या झंडा फहराया गया और इनको एक ही मानते हैं, परन्तु ऐसा नहीं है।

75th Independence Day, Amrit Mahotsav: भारत में इस बार स्वतंत्रता दिवस के पूर्व ही देश तिरंगे के रंग से रंग चुका है, चाहे वो सोशल मीडिया (Social Media) हो या घर, गांव हो या शहर हर जगह तिरंगा नजर आ रहा है। यह भारतीयों के देश के प्रति अगाध प्रेम को दिखाता है कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी अपने घरों में तिरंगा लगा रहा है व आजादी के अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav) को अमर बनाने में सहयोग कर रहा है। प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस के अवसर में झंडा फहराया जाता है? यह कार्य अलग-अलग स्थानों में देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति द्वारा संपन्न किया जाता है, कई बार हम सुनते हैं की ध्वजारोहण किया गया, या झंडा फहराया गया और इनको एक ही मानते हैं, परन्तु ऐसा नहीं है, इसलिए आज हम आपको बताने जा रहें हैं की ध्वजारोहण व झंडा फहराने में क्या अंतर है;

ध्वजारोहण व झंडा फहराने में अंतर

Difference between flag hoisting and flag unfurling: स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर जब राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) फहराते हैं तब उसे ध्वजारोहण (Flag Hoisting) कहते हैं और वहीं जब गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दौरान झंडा लहराते है तब केवल फहराना (Flag Unfurling) कहते हैं. इसके साथ-साथ जगह में भी अंतर होता है, बता दें कि स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम लाल किले पर आयोजित किया जाता है और इस दिन प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. वहीं, गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम राजपथ पर होता है जहां राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं.

15 August को ही क्यों होता है ध्वजारोहण

Why is the flag hoisting only on 15th August? 1950 के पहले देश के मुखिया देश के प्रधानमंत्री हुआ करते थे, और प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू (Pt. Jawaharlal Nehru) स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले में ध्वजारोहण करते थे। 1950 के बाद जब डॉ. राजेंद्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad) ने देश के राष्ट्रपति का पद संभाला तो उन्होंने पहली बार देश का झंडा फहराया।

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