हिजाब विवाद: हाई कोर्ट के निर्णय पर कट्टरपंथी और पाकिस्तानी पीएम की एक राय
Hijab controversy: देश में बीते 3 महीने से हिजाब को लेकर विवाद चला आ रहा था और अभी भी चल ही रहा है, लोग ऐसे बर्ताव कर रहे हैं जैसे कोर्ट ने पूरे देश में हिजाब पहनने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है, जबकि कर्नाटक कोर्ट ने राज्य में संचालित स्कूल-कॉलेज में यूनिफॉर्म को पहनने के लिए कहा है और हिजाब को इस्लाम में अनिवार्य नहीं माना है।
अबतक इस मामले में देश के नेता और अलगाववादी नेता ही अपनी बातें रख रहे थे वहीं अब खुद को मुसलमानों का रखवाला कहने वाला पाकिस्तान भी इस विवाद में कूद गया है। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने कर्नाटक कोर्ट के फैसले पर अपनी बात रही है जो मायने नहीं रखती।
हिजाब बैन पर इमरान खान ने क्या कहा
इस्लामिक देश के वजीर ए आजम सेक्युलर होने की बातें कर रहे हैं. इमरान खान ने कहा कि कर्नाटक कोर्ट के फैसले से भारत की धर्मनिरपेक्ष इमेज को नुकसान हो रहा है, हम भारत के मुसलमानों की सुरक्षा तय करने का अनुरोध करते हैं.
पाकिस्तानी पीएम को भारत के नागरिकों की सुरक्षा के बारे में बात करने की जगह अपने देश के हालातों में ध्यान देना चाहिए लेकिन हिंदुस्तानी मुसलमानों को यह जताने के लिए कि पाकिस्तान उनके लिए फिकरमंद है वह यह सब बातें कर रहा है. बाकि हिंदुस्तान का मुसलामन जनता है पाकिस्तानी क्या चाहते हैं. वो पाकिस्तान के बहकावे में नहीं आने वाले।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोर्ट का फैसला धार्मिक आज़दी और रीति-रिवाजों को बरक़रार रखने में नाकाम हुआ है. यह मानवाधिकार का हनन है. यह सब वो पाकिस्तान बोल रहा है जिसने करोड़ों पाकिस्तानी हिन्दुओं को मार डाला है क्योंकि वो हिन्दू थे.