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GWG 2022 में हरजिंदर कौर ने जीता ब्रॉन्ज मेडल, एक कमरे में पूरा परिवार रहता है

GWG 2022 में हरजिंदर कौर ने जीता ब्रॉन्ज मेडल, एक कमरे में पूरा परिवार रहता है
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Harjinder Kaur won bronze medal in GWG 2022: पंजाब के नाभा गांव मेहस की रहने वाली हरजिंदर कौर ने Common Wealth Games 2022 में ब्रॉन्ज़ जीतकर पूरे देश का दिल जीत लिया है

Harjinder Kaur Won Bronze Medal In GWG 2022: पंजाब के नाभा गांव मेहस की रहने वाली हरजिंदर कौर ने Common Wealth Games 2022 में ब्रॉन्ज़ जीतकर पूरे देश का दिल जीत लिया है. पूरा देश हरजिंदर की जीत में खुशियां मना रहा है.

कारजिंदर कौर ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 71 Kg की कैटेगरी में वेट लिफ्टिंग कॉम्पिटिशन में ब्रॉन्ज जीता है. उन्होंने स्नैच में 93 और क्लीन एंड जर्क में 119 KG का वजन उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया। Harjinder Kaur ने टोटल 212Kg वेट उठाया।

हरजिंदर कौर की सफलता को सब जानते हैं लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के पीछे जो उन्होंने संघर्ष से भरा जीवन जिया उसके बारे में हम आपको बताते हैं.

कौन है हरजिंदर कौर

Who Is Harjinder Kaur: पंजाब के नाभा के गांव मेहस की रहने वाली हरजिंदर कौर, एक बेहद गरीब सिख परिवार से नाता रखती हैं. मेहस में हरजिंदर का पूरा परिवार एक कमरे में रहता था, परिवार का रोजगार सिर्फ उनके पिता द्वारा पाली गई 6 भैंस हैं. अपने मवेशियों को चारा देने के लिए हरजिंदर रोज़ चारा काटने वाली मशीन चलाती थीं.

चारा काटते-काटते हरजिंदर के हाथ इतने मजबूत हो गए कि आज उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में तीसरा स्थान लाकर अपना और अपने परिवार का भविष्य सुनहरा कर दिया।

350 रुपए पॉकेट मिलती थी

हरजिंदर को कबड्डी खेलने का शौख है इसके लिए वे रोजाना अपने सरकारी गर्ल्स स्कूल से 5 किमी साईकिल चलाती थीं. हरजिंदर कौर के पिता साहिब सिंह हर महीने के खर्च के लिए 350 रुपए पॉकेट मनी देते थे.

कबड्डी, रस्साकशी और अब वेट लिफ्टिंग

हरजिंदर कौर का ध्यान हमेशा से ही खेल में रहा है, वे अपने कॉलेज की कबड्डी टीम का हिस्सा थीं, इसके बाद पंजाबी यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट विंग में भी रहीं, जहां उनके कोच परमजीत शर्मा ने हरजिंदर की काबिलियत को पहचाना और उन्हें रस्साकशी टीम में शामिल किया और बाद में हरजिंदर वेट लिफ्टिंग की प्रैक्टिस करने लगीं।

परिवार ने 50 हज़ार का कर्जा लिया था

हरजिंदर के सपने को पूरा करने के लिए पूरे परिवार ने मदद की, उनके पिता ने रिश्तेदारों से 50 हज़ार कर्ज लिया, भाई प्रीतपाल ने भी बहुत मदद की थी. कोरोना के वक़्त जब सब कुछ बंद था तब हरजिंदर अपने कोच के घर में प्रैक्टिस करने के लिए जाती थीं.

2017 में स्टेट चैंपियन बनीं

2017 में हरजिंदर कौर वेट लिफ्टिंग में स्टेट चैम्पियन बनीं, यहीं से उनके छोटे से घर में मेडल और ट्रॉफी भरने लगे, आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियन, सीनियर नेशनल में सिल्वर मैडलिस्ट, खेलो इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में सिल्वर मैडलिस्ट रहीं। इसी साल में उड़ीसा में हरजिंदर ने 71Kg कैटेगरी सीनियर नेशनल में गोल्ड मैडल जीता था. इसके बाद वह नेशनल चैम्पियन बन गई थीं.

पंजाब सरकार 40 लाख रुपए देगी

पंजाब सरकार ने हरजिंदर कौर की जीत पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए 40 लाख रुपए देने का एलान किया है. राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री और पंजाब सीएम ने हरजिंदर कौर को बधाई दी है.


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