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कश्मीरी पंडितों को मरता छोड़कर चले जाने वाले फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर फाइल्स फिल्म पर क्या कहा?

कश्मीरी पंडितों को मरता छोड़कर चले जाने वाले फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर फाइल्स फिल्म पर क्या कहा?
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Farooq Abdullah Kashmir Files: जब कश्मीर में कश्मीरी हिन्दुओं का नरसंहार हो रहा था तब इसी फारूक अब्दुल्ला ने उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया था

Farooq Abdullah Kashmir Files: कश्मीरी पंडितों का नरसंहार और पलायन जिस मुद्दे का कोई ज़िक्र नहीं करता था उसकी सच्चाई आज पूरा देश जान रहा है, लोगों को हकीकत मालूम हुई है कि उस वक़्त जब कश्मीरी पंडितों को मारा जा रहा था, उन्हें उनकी जमीन-घर से भगाया जा रहा था, उनकी बेटी बहुओं का रेप हो रहा था तब कश्मीर की राज्य सरकार और केंद्र में सरकार तमाशा देख रही थी.

आपको यह याद दिला दें कि जब कश्मीर की सुफेद वादियां कश्मीरी पंडितों के रक्त से लाल हो चली थीं तब उस वक़्त जम्मू-कश्मीर के चीफ मिनिस्टर फारूक अब्दुल्ला के मुंह से चु तक नहीं निकला था. बल्कि मजहबी आतंकियों की साज़िश को अंजाम देने के लिए चीफ मिनिस्टर साहेब सीएम की कुर्सी छोड़कर भाग निकले थे। उस वक़्त 2 दिन तक कश्मीर में कोई सरकार नहीं थी. जब सरकार नहीं तो पुलिस नहीं और पुलिस नहीं तो आतंकियों को कोई रोकने वाला नहीं था.

फारूक अब्दुल्ला 6 महीने तक अमेरिका में बैठा था, उस वक़्त सरकार उन्ही के रिश्तेदारों की थी तो कोई कार्रवाई नहीं हुई.

अब उसी फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर फाइल्स पर जहर उगला है

कश्मीर के असली रहवासियों "कश्मीरी पंडितों" को मरता छोड़कर चले जाने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व चीफ मिन्स्टर फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर कश्मीरी हिन्दुओं के जख्मों में नमक छिड़क दिया है। फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीर फाइल्स फिल्म पर टिप्पड़ी करते हुए कहा है कि जरूरी नहीं है हर फिल्म सच्ची हो, इसी लिए सच सामने लाने के लिए जांच जरूरी है, उसने कहा जो कुछ भी हुआ, वो कैसे हुआ? किसने किया? इसकी जाँच होनी चाहिए, अगर सरकार सच को सामने लाना चाहती है तो सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से इस पूरी घटना की जाँच करानी चाहिए।

कायदे से तो जांच फारूक अब्दुल्ला की होनी चाहिए थी, लेकिन जब सत्ता में इन्ही के रखवाले बैठे थे तब जांच क्या इनके ऊपर कोई आंच नहीं आती थी.

पीएम मोदी ने कहा सभी को देखना चाहिए कश्मीर फाइल्स

देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने कश्मीर फाइल्स की खूब सराहना की, उन्होंने कहा अगर यह फिल्म किसी को अच्छी और सच्ची नहीं लग रही है तो आप अपनी फिल्म बनाइये किसने रोका है? सभी को कश्मीरी हिन्दुओं के साथ हुए अत्याचार की सच्ची घटना बताने वाली फिल्म द कश्मीर फाइल्स देखनी चाहिए, और ऐसी फ़िल्में बनती रहनी चाहिए।

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