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CRPF ने राहुल गांधी पर खतरे की आशंका जताई: खड़गे को लेटर लिखकर कहा- राहुल ने 113 बार सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तोड़ा, बिना सूचना 9 महीनों में 6 बार विदेश गए

Rewa Riyasat News
11 Sept 2025 6:30 PM IST
Updated: 2025-09-11 13:46:31
CRPF ने राहुल गांधी पर खतरे की आशंका जताई: खड़गे को लेटर लिखकर कहा- राहुल ने 113 बार सिक्योरिटी प्रोटोकॉल तोड़ा, बिना सूचना 9 महीनों में 6 बार विदेश गए
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CRPF ने राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया। 9 महीनों में 6 विदेश यात्राएं बिना सूचना दीं, Z+ सुरक्षा को बताया खतरे में।
Table of Contents
  1. CRPF का राहुल गांधी पर आरोप
  2. 9 महीनों में 6 बार विदेश यात्रा
  3. सुरक्षा प्रोटोकॉल और ASL कवर
  4. पहले भी तोड़ा गया सुरक्षा नियम
  5. SPG सुरक्षा हटने के बाद मिली Z+ सिक्योरिटी
  6. Z+ सुरक्षा में क्या मिलता है?
  7. एडवांस सिक्योरिटी लाइजन क्या है?
  8. FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

CRPF का राहुल गांधी पर आरोप

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा कि राहुल गांधी पिछले 9 महीनों में बिना सूचना दिए 6 बार विदेश गए हैं। यह यात्राएं इटली, वियतनाम, दुबई, कतर, लंदन और मलेशिया की बताई गई हैं।

9 महीनों में 6 बार विदेश यात्रा

CRPF की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी 30 दिसंबर से 9 जनवरी तक इटली, 12 से 17 मार्च वियतनाम, 17 से 23 अप्रैल दुबई, 11 से 18 जून कतर, 25 जून से 6 जुलाई लंदन और 4 से 8 सितंबर मलेशिया गए। एजेंसी ने कहा कि इन यात्राओं की कोई अग्रिम जानकारी नहीं दी गई थी, जिससे उनकी Z+ सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।

सुरक्षा प्रोटोकॉल और ASL कवर

राहुल गांधी को Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) कवर भी शामिल है। इस कवर के तहत किसी भी यात्रा या सार्वजनिक कार्यक्रम से पहले एजेंसियों को जानकारी दी जानी जरूरी होती है ताकि सुरक्षा की पूरी तैयारी की जा सके। CRPF का कहना है कि बार-बार प्रोटोकॉल तोड़ने से उनकी सुरक्षा कमजोर हो रही है।

पहले भी तोड़ा गया सुरक्षा नियम

यह पहला मौका नहीं है जब CRPF ने राहुल गांधी को लेकर चिंता जताई है। एजेंसी के अनुसार 2020 से अब तक उन्होंने 113 बार सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है। इसमें उनकी भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली चरण भी शामिल है।

SPG सुरक्षा हटने के बाद मिली Z+ सिक्योरिटी

2019 में केंद्र सरकार ने गांधी परिवार से SPG सुरक्षा वापस ले ली थी। इसके बाद उनकी सुरक्षा का जिम्मा CRPF को सौंपा गया। SPG सुरक्षा करीब तीन दशक तक गांधी परिवार के पास रही थी। अब राहुल गांधी को Z+ श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध है, जिसमें 55 से अधिक सुरक्षाकर्मी और NSG कमांडो शामिल रहते हैं।

Z+ सुरक्षा में क्या मिलता है?

भारत में Z+ सुरक्षा सबसे उच्च स्तर की मानी जाती है। इसमें 55 जवानों की टीम तैनात होती है, जिनमें NSG कमांडो और स्थानीय पुलिस शामिल होती है। हर कमांडो विशेष ट्रेनिंग प्राप्त होता है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहता है।

एडवांस सिक्योरिटी लाइजन क्या है?

ASL यानी एडवांस सिक्योरिटी लाइजन सुरक्षा का और मजबूत स्तर है। इसके तहत यात्रा से पहले प्रशासन, पुलिस और अन्य विभागों से समन्वय किया जाता है। रास्तों की जांच, संभावित खतरे, इमरजेंसी प्लान और सुरक्षा उपकरणों की तैयारी पहले से सुनिश्चित की जाती है। यही कारण है कि सूचना न देने पर सुरक्षा एजेंसियों को कठिनाई होती है।

भारत में सुरक्षा श्रेणियों की तुलना

भारत में VIP और VVIP लोगों के लिए अलग-अलग स्तर की सुरक्षा व्यवस्था होती है। इनमें SPG, Z+, Z, Y+ और X कैटेगरी शामिल हैं। नीचे दी गई तालिका में इन सुरक्षा श्रेणियों की तुलना की गई है।

सुरक्षा श्रेणी किसे मिलती है सुरक्षाकर्मियों की संख्या विशेषताएं
SPG (Special Protection Group) प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री 100+ कमांडो देश की सबसे उच्चस्तरीय सुरक्षा, हाई-टेक उपकरण और बुलेटप्रूफ गाड़ियां
Z+ Security उच्च स्तर के राजनीतिक और विशेष व्यक्तित्व 55 सुरक्षाकर्मी + NSG कमांडो एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL), इमरजेंसी प्रोटोकॉल
Z Security राजनेता, उद्योगपति, अन्य VVIP 22 सुरक्षाकर्मी स्थानीय पुलिस और कमांडो की तैनाती
Y+ Security राजनीति और अन्य महत्वपूर्ण हस्तियां 11 सुरक्षाकर्मी दो शिफ्ट में सुरक्षा व्यवस्था
X Security स्थानीय स्तर पर विशेष लोग 2 सुरक्षाकर्मी सीमित सुरक्षा, सामान्य प्रोटोकॉल

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. CRPF ने राहुल गांधी पर क्या आरोप लगाया?
Ans: CRPF ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी 9 महीनों में 6 बार विदेश बिना सूचना दिए गए, जिससे सुरक्षा प्रोटोकॉल टूटा।

Q2. राहुल गांधी की सुरक्षा कौन संभालता है?
Ans: 2019 से गांधी परिवार की सुरक्षा CRPF संभाल रही है।

Q3. Z+ सुरक्षा में क्या शामिल होता है?
Ans: Z+ सुरक्षा में 55 सुरक्षाकर्मी, NSG कमांडो और स्थानीय पुलिस शामिल होती है।

Q4. एडवांस सिक्योरिटी लाइजन (ASL) क्या है?
Ans: ASL में यात्रा से पहले सुरक्षा एजेंसियां स्थानीय प्रशासन और विभागों के साथ समन्वय कर सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।

Q5. SPG सुरक्षा गांधी परिवार से कब हटाई गई?
Ans: 2019 में केंद्र सरकार ने SPG सुरक्षा वापस ले ली और उसकी जगह CRPF की Z+ सुरक्षा दी गई।

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