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कौन हैं सीपी राधाकृष्णन? जिन्हे NDA का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुना गया: 16 साल की उम्र में RSS से जुड़ें, महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं

कौन हैं सीपी राधाकृष्णन? जिन्हे NDA का उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुना गया: 16 साल की उम्र में RSS से जुड़ें, महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं
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महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को NDA ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। वे 16 साल की उम्र से RSS से जुड़े हैं और दो बार सांसद भी रह चुके हैं।

एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बने सीपी राधाकृष्णन: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके नाम का ऐलान किया। राधाकृष्णन जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर हैं। इससे पहले वे झारखंड के राज्यपाल और तेलंगाना व पुडुचेरी के अतिरिक्त प्रभारी भी रहे। 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बीबीए की पढ़ाई की है।

16 साल की उम्र से जुड़े RSS से

सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। वे 16 साल की उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं। 1974 में वे भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। ओबीसी समुदाय से आने वाले राधाकृष्णन ने अपनी राजनीतिक यात्रा RSS से ही शुरू की और भाजपा में एक मजबूत नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई।

सीपी राधाकृष्णन के बारे में

  • जन्म : 20 अक्टूबर 1957, तिरुपुर (तमिलनाडु)
  • पत्नी : श्रीमती आर. सुमति
  • बच्चे : एक बेटा, एक बेटी
  • शिक्षा : बी.बी.ए. (बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन)
  • शुरुआत : आरएसएस स्वयंसेवक
  • वर्तमान में : महाराष्ट्र के राज्यपाल (31 जुलाई 2024 से)

सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर

  • 1996 : भाजपा तमिलनाडु सचिव
  • 1998-1999 : कोयंबटूर से सांसद
  • 2004-07 : तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष
  • 2016-20 : कोयर बोर्ड अध्यक्ष
  • 2020-22 : भाजपा के केरल प्रभारी
  • 2023 : झारखंड के राज्यपाल बने
  • (अतिरिक्त प्रभार : तेलंगाना राज्यपाल, पुडुचेरी उपराज्यपाल)
  • 2024 : महाराष्ट्र के राज्यपाल नियुक्त
  • 2025 : NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुने गए

दो बार बने कोयंबटूर से सांसद

राधाकृष्णन 1998 और 1999 में कोयंबटूर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बने। 1998 में उन्होंने 1.5 लाख से भी ज़्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की, और 1999 में भी वे 55,000 वोटों से विजयी रहे। वे 2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष भी रहे और इस दौरान उन्होंने 19,000 किलोमीटर लंबी रथयात्रा निकालकर नदियों को जोड़ने, आतंकवाद खत्म करने और समान नागरिक संहिता लागू करने जैसे मुद्दों पर आवाज उठाई। 2020 से 2022 तक वे भाजपा के केरल प्रभारी रहे।

खेलों में रुचि और अंतर्राष्ट्रीय अनुभव

राजनीति के अलावा राधाकृष्णन की खेलों में भी गहरी रुचि है। वे कॉलेज के दिनों में टेबल टेनिस चैंपियन और लंबी दूरी के धावक थे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल भी पसंद है। उन्होंने 2004 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वे अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान और चीन सहित 20 से ज़्यादा देशों की यात्रा कर चुके हैं।

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