
Coronavirus सिर्फ सांसें नहीं रोक रहा, Heart भी Block कर रहा

Coronavirus सिर्फ सांसें नहीं रोक रहा, Heart भी Block कर रहा
कोरोना (Coronavirus) के नए लक्षण और खतरनाक है। यह मरीजों का हार्ट फेल कर रहा है। खून के थके जमा रहा है। रीवा के संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Hospital) में अब तक करीब 10 से 15 मरीजों को कोरोना ने हार्ट फेल कराकर मार डाला। इसके अलावा कई मरीज अस्पताल से छुट्टी होकर गए लेकिन फिर वापस अस्पताल में भर्ती हुए। इन्हें भी कोरोना (Corona) ने अटैक कर दिल की बीमारी दी। नए लक्षण ने मरीजों की परेशानियां बढ़ा दी है।
ज्ञात हो कि कोरोना का नया स्ट्रेन वैसे ही खतरनाक है। उस पर उसके नए नए घातक लक्षण लोगों के लिए और परेशानियां बढ़ा रहा है। कोरेाना का नया स्ट्रेन सिर्फ रेस्पिरेटरी सिस्टम ही नहीं प्रभावित कर रहा है, दिल पर भी अटैक कर रहा है। इसके अलावा खून बहाव भी बाधित करने के मामले सामने आ रहे हैं। इस तरह के कोविड अटैक वाले अब तक कई मरीज संजय गांधी अस्पताल में सामने आ चुके हैं। जिनकी रिकवरी बेहतर थी लेकिन अंत समय में ही हार्ट अटैक से दम तोड़ दिए। कुछ तो ऐसे भी मरीज थे, जो घर तक गए लेकिन कोरोना ने अटैक किया और अस्पताल में हार्ट अटैक से भी मौत हो गई। ऐसे में मरीजों और उनके परिजनों को कोरोना को लेकर सतर्क करने की जरूरत है। खासकर उन लोगों के लिए खतरा ज्यादा बढ़ जाता है जो पहले से दिल की बीमारी से पीडि़त हैं। उन पर कोविड के हमले का अंदेशा ज्यादा बढ़ जाता है।

इस तरह से करता है अटैक
कोरोना वायरस फेफड़ों को संक्रमित करने के साथ ही नसों में रत के थके जमाने और हार्ट को फेल करने का काम भी करता है। कोरोना के कारण कई मरीजों में हार्ट से फेफड़ा और फेफड़ा से ऑक्सीजन लेकर ले जाने वाला रत वाहिकाओं को भी प्रभावित कर देता है। वाहिकाओं में रत के थके जम जाते हैं। हार्ट को ऑक्सीजन कम मिलता है।
किसी भी वक्त हो सकता है अटैक
कोरोना अटैक करने के बाद 5 से 6 दिन बाद भी हार्ट पर अटैक कर सकता है। इसके अलावा इलाज के दौरान या फिर कई मरीजों को डिस्चार्ज करने के बाद भी कोरोना हार्ट पर अटैक कर देता है। कोविड मरीजों में हार्ट अटैक के चांस बढ़ जाते हैं।
संजय गांधी में मामले आए हैं
कई ऐसे भी मरीज सामने आए हैं कि जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। इसके बाद भी उन्हें बाद भी इलाज के लिए वापस अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। कोविड ने दोबारा अटैक कर दिया। ऐसे मरीजों के हार्ट पर ही असर पड़ा था और जान तक चली गई।
ठीक होने वाले थे और डेथ हो गई
कोरोना से फेफड़ों का संक्रमण तो कई मरीजों का दूर हो गया। ऑक्सीजन लेबल भी बढ़ गया लेकिन कोरोना ने हार्ट पर अटैक कर उनकी जान ले ली। मरीज के स्वस्थ्य होते होते कईयों को हार्ट फेल्युअर की स्थिति तक पहुंचाया है। रीवा में करीब 10 से 15 मामले ऐसे आ चुके हैं। कई मर्तबा इसी की वजह से विवाद की स्थिति तक सामने आ चुकी है। परिजनों का आरोप लगता कि मरीज ठीक था। बात चीत कर रहा था अचानक कैसे डेथ हो गई। यह मौत कोरोना के कारण ही हार्ट फेल्युअर के कारण होती है।




