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Chandra Grahan 2023 Date And Time: इस तारीख को लग रहा है साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानें समय और भारत पर असर!

Chandra Grahan 2023 Date And Time: इस तारीख को लग रहा है साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानें समय और भारत पर असर!
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Chandra Grahan 2023 Date And Time: वर्ष का अंतिम चंद्रग्रहण भी होगा इसके बाद कोई ग्रहण नहीं है।

2023 Ka Doosra Chandra Grahan Kab Lagega: दो ग्रहण पड़ चुके हैं। जिसमें एक चंद्र ग्रहण और एक सूर्य ग्रहण है। लेकिन अभी वर्ष 2023 में दो ग्रहण और बाकी है। क्या है कि इस वर्ष 4 ग्रहण लगने हैं। जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण है। यह बात अलग है कि 2023 के जो सूर्य और चंद्र ग्रहण लग चुके हैं उनका भारत पर कोई असर नहीं रहा। लेकिन आगे आने वाले दोनो में लगने वाला ग्रहण भारत में दिखाई भी देगा और इसका प्रभाव भी रहेगा।

Chandra Grahan Date And Time in India

कब है दूसरा चंद्र ग्रहण

जानकारी के अनुसार वर्ष 2023 का भारत में दिखाई देने वाला पहला और वर्ष का दूसरा चंद्रग्रहण 29 अक्टूबर 2023 रविवार को लगेगा। यह वर्ष का अंतिम चंद्रग्रहण भी होगा इसके बाद कोई ग्रहण नहीं है। चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इसका सूतक काल भी रहेगा। जानकारों की माने तो 29 अक्टूबर को मध्य रात 1ः6 पर ग्रहण काल शुरू होगा इसका समापन 2ः22 पर होगा। ग्रहण काल की अवधि 1 घंटा 16 मिनट बताई गई है।

9 घंटे पहले शुरू होगा सूतक काल

भारत में दिखने वाले इस चंद्रग्रहण का सूतक काल ग्रहण पड़ने के 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाएगा। 29 अक्टूबर को को चंद्र ग्रहण रात 1ः06 पर शुरू होगा। ऐसे में इसका सूतक काल शाम 4ः00 बजे से शुरू हो जाएगा।

ग्रहण के समय रखे परहेज

ग्रहण काल के दौरान यहां तक कि जब से सूतक शुरू हो जाता है हमें शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। ग्रहण काल के पहले सूतक लगते ही मंदिरों के पट बंद हो जाते हैं। पूजा-पाठ बंद हो जाता है। उस समय केवल भगवान का स्मरण मात्र ही करना चाहिए। किसी भी तरह के यज्ञ अनुष्ठान नहीं किए जाते।

ग्रहण काल में भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। साथ ही बताया गया है कि गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए। गर्भधारण किए हुए किसी भी पशुओं को बाहर नहीं बांधना चाहिए। बताया गया है कि ग्रहण काल के समय निकलने वाली किरणों से गर्भस्थ शिशु विकृत हो सकता है। ऐसे मे इससे बचने की बात कही गई है।

जैसे ही ग्रहण काल समाप्त होता है उसके पश्चात हमें नहा धोकर शुद्ध वस्त्र धारण कर भगवान की पूजा करनी चाहिए। ग्रहण काल समाप्त होने के पश्चात ही भोजन आदि करना चाहिए। यह बात अलग है कि ग्रहण काल में केवल छोटे बच्चों और रोगियों को भोजन करने की छूट दी गई है। वृद्धा को भी भोजन करने में छूट है।

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