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गांव में पुल नहीं बन रहा था, तो ट्रक ड्राइवर ने ऐसा काम किया जो नेताओं को शर्म से डूबा देगा

गांव में पुल नहीं बन रहा था, तो ट्रक ड्राइवर ने ऐसा काम किया जो नेताओं को शर्म से डूबा देगा
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ट्रक ड्राइवर ने अपनी पत्नी के गहने बेचकर गांव में पुल का निर्माण कराया और बेशर्म नेताओं को पता तक नहीं चला

ट्रक ड्राइवर ने गांव में बनवाया पुल: ओडिशा के छोटे से गांव से एक बड़ा मामला सामने आया है. जहां एक ट्रक ड्राइवर ने ऐसा सरोकार किया है जिसकी खबर लगते ही बेशर्म नेताओं को शर्म आ जाएगी। गांव के रहने वाले ट्रक ड्राइवर ने अपनी पत्नी के गहने बेचकर नदी में पुल का निर्माण कराया है.

दरअसल मामला ओडिशा के रायगढ़ जिले के काशीपुर ब्लॉक में गुंजरमपंजारा गांव का है. जहां से एक नदी बहती है और इस नदी में पक्का पुल नहीं बना था. गांव में 100 परिवार रहते हैं, अगर एमरजेंसी में किसी को हॉस्पिटल जाना पड़े तो इस गांव तक एम्बुलेंस नहीं सकती थी. किसी को उस पार जाना रहता था जो नदी में उतरे बिना काम नहीं हो सकता था.

ट्रक ड्राइवर ने पत्नी के गहने बेच पुल बनवया

नदी पार करने के लिए ग्रामीणों को अपने सामान के साथ इसी में उतरना पड़ता था. इसी चक्कर में कई लोगों की साइकल और बाइक बह चुकी थीं और हमेशा कोई न कोई घायल होता रहता था. जब यहां चुनाव होते तो नेता ग्रामीणों से यही वादा करते कि इस बार तो प्रॉमिस पुल बना देंगे। लेकिन वोट मिलने के बाद नेता कहां अपनी शकल दिखाते हैं? गुंजरमपंजारा गांव के लोगों के साथ भी नेताओं ने वही ठगी को अंजाम दिया

गांव में रहने वाले 26 साल के ट्रक ड्राइवर रंजीत नायक यह देखकर काफी दुखी हुआ और उसने नेताओं और सरकार से भरोसा तोड़ते हुए खुद कुछ करने की सोची। रंजीत का कहना है कि

लोगों को बहुत परेशानी हो रही थी. नदी पार करने की कोशिश में कई लोग चोटिल हो जाते थे. नदी बहुत गहरी नहीं थी लेकिन उसमें पानी का बहाव तेज था. कई बार लोग बह जाते थे. नदी के किनारे वापस जाने की कोशिश में वो घायल भी होते थे. कभी-कभी नदी पार करते समय मोटरसाइकिलें भी बह जाती हैं.

पिछले दो चुनावों में स्थानीय नेताओं ने नदी पर स्थायी पुल बनाने के कई वादे किए. गांववाले उम्मीद में थे कि जल्द ही नदी पर पुल बनेगा. रंजीत बताते हैं कि वो इंतजार करते करते थक गए थे

पत्नी के गहने गिरवी रख दिए

ठोस पुल का निर्माण करने के लिए काफी पैसे चाहिए थे, तो रंजीत ने अपने पिता से कुछ पैसे लेकर काम शुरू करवाया, फिर भी काम पूरा नहीं हुआ और पैसे खत्म हो गए. इसके बाद रंजीत ने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रख दिए और उसे 70 हज़ार रुपए मिले, जिससे उसने पुल का निर्माण पूरा करवाया और अपने गांव के हीरो बन गए.

इस मामले में रायगढ़ा के कलेक्टर ने कोई भी कमेंट करने से इंकार कर दिया है, शर्म आ रही होगी शायद!

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