राष्ट्रीय

DA Hike: केन्द्रीय कर्मचारियों की ₹ 18,000 नहीं बल्कि ₹ 27,000 होगी बेसिक सैलरी, हो जाएंगे मालामाल!

Sanjay Patel
17 May 2023 8:12 AM GMT
DA Hike: केन्द्रीय कर्मचारियों की ₹ 18,000 नहीं बल्कि ₹ 27,000 होगी बेसिक सैलरी, हो जाएंगे मालामाल!
x
DA Hike: केन्द्र सरकार के कर्मचारियों को मंहगाई भत्ता का बेसब्री से इंतजार रहता है। जल्द ही वह मालामाल हो जाएंगे। उनकी बेसिक सैलरी 18,000 रुपए नहीं बल्कि 27,000 रुपए हो सकती है।

Central Government Employees DA Hike 2023 News: केन्द्र सरकार के कर्मचारियों को मंहगाई भत्ता का बेसब्री से इंतजार रहता है। जल्द ही वह मालामाल हो जाएंगे। उनकी बेसिक सैलरी 18,000 रुपए नहीं बल्कि 27,000 रुपए हो सकती है। हर 6 महीने में महंगाई भत्ते में वृद्धि की जाती है। ऐसे में कर्मचारी टकटकी लगाए रहते हैं कि कब वह दिन आए जब उनके महंगाई भत्ते (डीए) में वृद्धि हो। महंगाई बढ़ती है तो भत्ता भी उसी अनुपात में बढ़ता है और कर्मचारियों की सैलरी में जबरदस्त इजाफा होता है।

ऐसे तय होती है बेसिक सैलरी

केन्द्रीय कर्मचारियों की सैलरी में कई कंपोनेंट शामिल होते हैं। जिनमें से एक फैक्टर फिटमेंट और दूसरा अप्रेजल रहता है। बेसिक सैलरी इन्हीं दोनों फैक्टरों के आधार पर तय की जाती है। फिटमेंट बढ़ेगा तो अपने आप सैलरी में इजाफा हो जाएगा। वहीं अप्रेजल होगा तो सैलरी रिवीजन भी होगा। किंतु जो खबर सामने आ रही है उसमें बिना फिटमेंट फैक्टर और अप्रेजल के ही कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में जबरदस्त इजाफा होने जा रहा है।

बेसिक सैलरी में जुड़ता है डीए

कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में जबरदस्त इजाफा होने जा रहा है। सरकार ने वर्ष 2016 में जब 7वां वेतन आयोग 7th pay commission लागू किया तो डीए को शून्य कर दिया गया। कैलकुलेशन के लिए नया आधार वर्ष तय कर दिया गया। महंगाई भत्ता शून्य होने से कर्मचारियों को यह बेनीफिट हुआ कि पिछले महंगाई भत्ते DA Hike को उनकी बेसिक सैलरी में जोड़ दिया गया। अब एक बार फिर से ऐसा होने जा रहा है। कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जीरो हो जाएगा। डीए को एक बार फिर से बेसिक सैलरी में मर्ज कर दी जाएगी। जिससे बेसिक सैलरी में इजाफा हो जाएगा।

इसलिए जीरो हो जाएगा डीए?

वर्ष 2016 मेमोरेंडम में यह बताया गया है कि जैसे ही महंगाई भत्ता 50 फीसदी यानी बेसिक सैलरी का 50 प्रतिशत होगा तो इसे शून्य कर दिया जाएगा। मतलब जीरो होने के बाद अभी जो डीए 42 फीसदी मिल रहा है यह वापस 1 फीसदी, 2 फीसदी से प्रारंभ होगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि 50 फीसदी महंगाई भत्ता पहुंचते ही इसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा। जिसके चलते कर्मचारियों को सैलरी रिवीजन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पूर्व में डीए 100 फीसदी से ऊपर निकल जाता था। छठवें वेतन में भी यही फॉर्मूला लागू था।

इस तरह बढ़ जाएगी सैलरी

केन्द्रीय कर्मचारियों Central Government employees की सबसे न्यूनतम बेसिक सैलरी मौजूदा वक्त में पे-बैड लेवल-1 पर 18 हजार रुपए है। यदि इसकी कैलकुलेशन को देखें तो कुल मिलाकर अभी 7560 रुपए बतौर डीए मिलता है। किंतु 50 फीसदी महंगाई भत्ते पर यही कैलकुलेशन देखें तो 9 हजार रुपए मिलेंगे। डीए के 50 फीसदी पहुंचते ही इसे शून्य कर बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा। यानी कि बेसिक सैलरी 18 हजार रुपए में 9 हजार वृद्धि कर 27000 रुपए पहुंच जाएंगी। जिसके बाद डीए 27000 रुपए पर कैलकुलेट होगा। यदि डीए के जीरो होने पर 3 फीसदी वृद्धि की जाती है तो कर्मचारियों की सैलरी में 810 रुपए महीने का इजाफा हो जाएगा।

9000 रुपए बढ़ेगी बेसिक सैलरी

केन्द्रीय कर्मचारियों का हर 6 महीने में डीए रिवीजन होता है। इनका महंगाई भत्ता मौजूदा वक्त में 42 फीसदी है। अगला रिवीजन जुलाई 2023 में किया जाना है। जिसमें 4 फीसदी का इजाफा हो सकता है। यानी कि जुलाई के बाद 46 फीसदी की दर से डीए बढ़ सकता है। इसके बाद जनवरी 2024 में डीए के रिवीजन पर नजर रखनी होगी। यदि उसमें भी 4 फीसदी इजाफा होता है तो महंगाई भत्ता 50 फीसदी पहुंच जाएगा। यदि 3 फीसदी वृद्धि की जाती है तो यह 49 फीसदी ही होगा। महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत होने की स्थिति में यह जनवरी 2024 में शून्य हो जाएगा। यानी कि जुलाई 2024 से बढ़ी हुई बेसिक सैलरी पर ही डीए कैलकुलेट होगा। यदि यह 50 फीसदी तक नहीं पहुंचता तो कर्मचारियों को आगामी 6 महीने और बेसिक सैलरी में वृद्धि के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।

इसलिए होगा महंगाई भत्ता शून्य?

नए वेतनमान Central pay commission को जब भी लागू किया जाता है तो महंगाई भत्ते को कर्मचारियों के बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाता है। जानकारों की मानें तो नियमानुसार कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ा जाना चाहिए किंतु ऐसा नहीं हो पाता। जिसके पीछे वित्तीय स्थिति आड़े आ जाती है। वर्ष 2016 में ऐसा किया गया था। इसके पूर्व वर्ष 2006 में जब छठवां वेतनमान लागू किया गया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसम्बर तक 187 प्रतिशत महंगाई भत्ता कर्मचारियों को प्रदान किया जा नहा था। मूल वेतन में पूरा डीए मर्ज कर दिया गया था। छठवें वेतनमान का गुणांक 1.87 था। उस दौरान नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन बनाया गया था किंतु इसको कर्मचारियों को प्रदान करने में तीन वर्ष का समय लग गया था।

Next Story