
भारत में 11 जगह हमला: पाकिस्तान ने J&K, पंजाब, राजस्थान में ड्रोन-मिसाइलें दागीं, S-400 ने किया नाकाम, कई शहरों में ब्लैकआउट

पाकिस्तान के दुस्साहस का S-400 से मुंहतोड़ जवाब: भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने लगातार दूसरे दिन, गुरुवार, 8 मई, 2025 की देर रात, भारत के विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का दुस्साहस किया। यह हमले मुख्य रूप से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में केंद्रित थे। हालांकि, भारतीय रक्षा प्रणाली की रीढ़ माने जाने वाले S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तान के इन नापाक मंसूबों को हवा में ही ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना और वायुसेना पूरी तरह से हाई अलर्ट पर हैं।
गुरुवार देर रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू एयरपोर्ट और पठानकोट स्थित एयरफोर्स स्टेशन को आत्मघाती (सुसाइड) ड्रोन्स के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की गई। भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की सतर्कता के चलते इन ड्रोन्स को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया। इसके अतिरिक्त, जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा भारी शेलिंग की जा रही है। नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कुपवाड़ा और बारामूला सेक्टरों में भी पाकिस्तानी सेना की ओर से भारी फायरिंग की खबरें हैं, जिसका भारतीय जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार, जम्मू क्षेत्र के सतवारी, सांबा, आरएस पुरा सेक्टर और अरनिया में लगभग 8 मिसाइलें भी दागी गईं, जिन्हें S-400 प्रणाली ने सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर नष्ट कर दिया।
प्रभावित क्षेत्रों में ब्लैकआउट
पाकिस्तान द्वारा लगातार किए जा रहे इन हमलों के मद्देनजर भारत के कई सीमावर्ती शहरों और कस्बों में एहतियात के तौर पर पूरी तरह से ब्लैकआउट कर दिया गया है। इनमें जम्मू-कश्मीर के जम्मू, उधमपुर, किश्तवाड़, अखनूर, सांबा, श्रीनगर और अनंतनाग; राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर; पंजाब के चंडीगढ़, मोहाली, जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और तरनतारन; तथा गुजरात के भुज, कच्छ और पाटण जैसे महत्वपूर्ण इलाके शामिल हैं। इन क्षेत्रों में तनाव का माहौल है और सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद हैं।
एक दिन पहले भी हुई थी 15 से ज्यादा सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश
इससे पहले, 'ऑपरेशन सिंदूर' के ठीक बाद, बुधवार-गुरुवार (7-8 मई) की दरमियानी रात को भी पाकिस्तान ने भारत के 15 से अधिक सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की असफल कोशिश की थी। उस व्यापक हमले को भी भारत के रूस निर्मित S-400 डिफेंस सिस्टम ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया था। तब पाकिस्तान ने अवंतिपोरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़ (पंजाब); नाल, फलोदी, उत्तरलाई (राजस्थान) और भुज (गुजरात) जैसे उत्तरी और पश्चिमी भारतीय शहरों और एयरबेस को निशाना बनाने का प्रयास किया था।
भारत की जवाबी कार्रवाई: पाक का एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त
भारत ने पाकिस्तान की इन आक्रामक कार्रवाइयों का तुरंत और करारा जवाब भी दिया। गुरुवार सुबह, भारतीय सेना ने इजराइल से प्राप्त हार्पी एंटी-रेडिएशन ड्रोन्स का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के एक महत्वपूर्ण एयर डिफेंस सिस्टम को सफलतापूर्वक तबाह कर दिया था। यह पाकिस्तानी सिस्टम भारतीय विमानों और मिसाइलों के लिए खतरा उत्पन्न कर सकता था।
रक्षा मंत्रालय की पुष्टि
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार दोपहर करीब 2:30 बजे एक आधिकारिक बयान जारी कर और बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के माध्यम से पुष्टि की कि पाकिस्तानी मूल के ड्रोन और मिसाइलों से जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इन सभी हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया है और इसमें किसी भी प्रकार की जनहानि या कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। हेडक्वार्टर इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (IDS) ने भी X पर इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कोई नुकसान नहीं हुआ है और पाकिस्तानी हमलों को भारतीय रक्षा प्रणाली ने विफल कर दिया।
'हमास-स्टाइल' मिसाइलों का प्रयोग
वहीं, न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से एक महत्वपूर्ण जानकारी दी है कि पाकिस्तान जम्मू क्षेत्र में हमलों के लिए 'हमास-स्टाइल' मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है। ये मिसाइलें कम लागत वाली होती हैं और इनका उद्देश्य एक साथ बड़ी संख्या में रॉकेट दागकर एयर डिफेंस सिस्टम को भ्रमित करना या उस पर दबाव बनाना होता है, जैसा कि हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमलों में देखा गया था। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि पिछले महीने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और हमास के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक भी हुई थी।