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राजीव गांधी के सभी हत्यारे जेल से रिहा होंगे, 30 साल से जेल में थे 6 दोषी

राजीव गांधी के सभी हत्यारे जेल से रिहा होंगे, 30 साल से जेल में थे 6 दोषी
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Killers of Rajiv Gandhi will be released: राजीव गांधी हत्याकांड पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा निर्णय लिया है. SC की बेंच ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या करने वालों की रिहाई करने का फैसला किया है

SC Verdict On Rajiv Gandhi's Killers: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या करने वाले सभी दोषियों को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का फैसला किया है. शुक्रवार को SC की उपर बेंच ने राजीव गांधी हत्याकांड से जुड़े सभी 6 दोषियों को जेल से रिहाई देने का आदेश दिया है. इन सभी दोषियों को उम्रकैद की सज़ा हुई थी.

इससे पहले SC ने 18 मई को राजीव गांधी मर्डर केस के दोषी पेरारिवलन (Perarivalan) को जेल से रिहा करने के आदेश दिया था. जिसके बाद अन्य दोषियों ने भी रिहाई की मांग उठाई थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सभी दोषियों की रिहाई का फैसला सुना दिया।इन दोषियों में नलिनी और रविचंद्रन को भी रिहाई मिल रही है जो बीते 30 साल से जेल में रह रहे हैं.

सोनिया गांधी ने क्या कहा

सोनिया गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई बयान नहीं दिया मगर उन्होंने बड़ा दिल दिखाते हुए नलिनी को तभी माफ़ कर दिया था जब उसकी गिरफ़्तारी हुई थी और वह 2 माह की गर्भवती थी. उन्होंने कहा था कि नालिनी की गलती की सज़ा उस बच्चे को कैसे मिल सकती है जो इस दुनिया में आया ही नहीं।

राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी

Rajiv Gandhi Murder Case: इस मामले में ट्रायल कोर्ट ने 26 दोषियों को सज़ा ए मौत सुनाई थी. जिसके बाद मई 1999 में SC ने 19 लोगों को बरी कर दिया था. बचे हुए दोषी नलिनी, मुरुगन उर्फ श्रीहरन, संथन और पेरारिवलन थे जिनकी मौत की सज़ा बरक़रार रखी गई थी. और बाकी तीन रविचंद्रन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को उम्रकैद की सज़ा हुई थी.

2011 में नलिनी, मुरुगन उर्फ श्रीहरन, संथन और पेरारिवलन की दया याचिका पर तमिलनाडु के राजयपाल ने सिर्फ नालिनी की सज़ा को उम्रकैद में बदला और बाकियों की याचिका ठुकरा दी.

राजीव गांधी की हत्या कैसे हुई थी

How Rajiv Gandhi Was Assassinated: बात 21 मई 1991 की है. राजीव गांधी चुनावी रैली में तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर गए थे. जहां धनु नाम की एक लिट्टे (Litte) हमलावर ने आत्मघाती हमला कर उनका कत्ल कर दिया था. लिट्टे संगठन की हमलावर धनु (तेनमोजि राजरत्नम) ने राजीव को फूलों का हार पहनाने के बाद उनके पैर छूए और झुकते हुए कमर पर बंधे विस्फोटकों में ब्लास्ट कर दिया। धमाका इतना जबर्दस्त था कि कई लोगों के चीथड़े उड़ गएइस घटना में राजीव गांधी, धनु और अन्य 16 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 45 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे.

राजीव गांधी की हत्या क्यों हुई

Why Rajiv Gandhi Was Assassinated: जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने श्रीलंका में शांति सेना भेजी थी. इसी वजह से तमिल विद्रोही संगठन लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) उनसे नाराज चल रहा था. सिर्फ इसी बात के लिए उन्हें मार डाला गया था.

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