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खाने-पीने की चीजों के बाद अब ईट में जमकर हो रही मिलावट, घर हो रहे कमजोर

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आज की महंगाई में घर बनाना बहुत कठिन होता जा रहा है। लोहा, गिट्टी, बालू, सीमेंट और ईट सब कुछ महंगा है।

आज की महंगाई में घर बनाना बहुत कठिन होता जा रहा है। लोहा, गिट्टी, बालू, सीमेंट और ईट सब कुछ महंगा है। घर का स्ट्रक्चर खड़ा करने में इन सभी चीजों का बहुत बड़ा रोल है। और घर को मजबूती देने में भी इन चीजों का उपयोग सोच समझ कर किया जाता है। लेकिन इस समय उत्तर प्रदेश से आने वाली ईटें सस्ती हो गई है। लेकिन जब मामले को खंगाला गया तो नाम न छापने की शर्त पर ईट भट्टे में काम करने वाले ने बताया लाल सुर्ख दिखने वाली ईट में जमकर मिलावट खोरी हो रही है। दिखती तो सुंदर है लेकिन होती बहुत कमजोर है। साथ ही उसने और भी बहुम कुछ जानकारी दी। जिसे हम आपके साथ साझा करने वाले हैं।

नमक का हो रहा प्रयोग

उत्तर प्रदेश से आने वाली ईट के मामले में आज हम खुलकर बात करने वाले हैं। लेकिन जो बताने जा रहे हैं शायद उस पर आपको विश्वास न हो। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि लाल सुर्ख चिकनी देखने वाली सुंदर ईट बहुत कमजोर होती है। दिखती तो बहुत सुंदर है लेकिन इसमें नमक मिला होता है जिससे यह बहुत कमजोर हो जाती है।

जानकारों द्वारा बताया गया है उत्तर प्रदेश से आने वाली खूबसूरत दिखने वाली ईट की मजबूती बेहद कमजोर होती है इससे घर बनाने के बाद उसने शीलन और नोना की समस्या बनी रहती है। पकने के बाद भी मिट्टी के कण आपस में मजबूती के साथ नहीं जुड़े होते। जिससे जुड़ाई के कुछ दिनों बाद ईट की पतली-पतली परत गिरने लगती है। यह नोना की वजह से होता है।

क्यों हो रही मिलावट

कोई भी व्यापारी व्यापार में गड़बड़ी करता है उसके पीछे भी कोई न कोई कारण जुड़ा होता है। ईट में नमक का प्रयोग करने के भी कुछ कारण है। ईट बनाने वाला जानता है नमक मिलाने से ईट कमजोर हो रही है। उसके बाद भी वह नमक मिला रहा है इसका कारण है कोयले की बढ़ती कीमत।

बताया गया है कि नमक मिला देने के बाद एक तो मिट्टी मुलायम हो जाती है वही जब ईट को पकाया जाता है तो कम ईंधन पर अच्छा कलर देती है।

ऐसे में कहा गया है कि जब भी ईट खरीदनी हो तो ईट का कलर देखकर थोड़ा सा सचेत हो जाएं। ईट की जांच परख कर लें। इसके बाद ही खरीदी करें।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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