ये है हर गांव तक बिजली पहुंच जाने का सच, आज भी कई गांवो में छाया है अँधेरा
धौलपुर: मोदी सरकार ने दिल्ली से ऐलान किया. ऐलान ये कि देश के सभी गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है. दिल्ली ने कहा और दुनिया ने मान लिया. लेकिन सच ये है कि इसी दिल्ली से महज 300 किलोमीटर दूर राजस्थान के धौलपुर में कई गांव और 200 ढाणियां हैं, जहां आजतक बिजली नहीं पहुंची. धौलपुर जिले में आज भी ऐसे आधा दर्जन गांव के साथ 200 से अधिक़ ढाणियां हैं. जहां बिजली की रोशनी आजतक ग्रामीणों ने देखी नहीं.
बिजली के कनेक्शन के लिए गांव वाले चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन काम नहीं होता. जिले के गांव घुरईया खेड़ा, हथियाखार,केहरी का नगला, राजघाट, हरीपुरा, गोले का पुरा, संकर पुरा, पुरा पटौर, ठाकुर पुरा सहित अन्य सैकड़ो गांव और ढाणियों में बिजली नहीं है. यहां पहुंचने के लिए सही रास्ता भी नहीं है. बीहड़ों और पगडंडियों से आप किसी तरह यहां पहुंच भी जाएं तो शाम होते ही ये इलाके अंधेरे में गुम हो जाते हैं.
कई सरकारें आई और चली गई, लेकिन इस गांवो में आज तक रोशनी नहीं पहुंची. बिजली का प्रबंध नहीं होने से कुछ लोग पलायन कर शहर में जाकर रह रहे हैं. धौलपुर जिला मुख्यालय से महज पांच किमी दूरी पर बसा राजघाट गांव है. यहां आज तक बिजली तो दूर की बात हैं सड़क और पानी तक नहीं पहुंचा. हां नेता जरूर चुनावी मौसम में वोट मांगने आते हैं.
अब भी सिर्फ वादा बिजली को लेकर जब विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता बनवारीलाल वर्मा से पूछा गया तो तो उन्होंने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत इन गांवो में बिजली पहुंचाई जाएगी. हालांकि की गांव के लोगों को अब ऐसे वादों से कोई उम्मीद नहीं है. गांव वालों की मानें तो अब किसी चमत्कार से ही इस गांव में बिजली आ सकती है.