- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- महाराज का होगा भाजपा...
महाराज का होगा भाजपा प्रदेश कार्यालय में भव्य स्वागत, कल दाखिल करेंगे नामांकन : BHOPAL NEWS
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भाजपा में शामिल होने के ज्योतिरादित्य सिंधिया आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचेंगे। यहां भाजपा ने उनके स्वागत की भव्य तैयारी कर रखी है। एयरपोर्ट से लेकर भाजपा कार्यकल तक उनका बाकायदा रोड शो होगा। इसके साथ ही प्रदेश की सियासत भी गरमा गई हैं। कमलनाथ सरकार पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सिंधिया यहां अपने खेमे के कांग्रेस विधायकों को भी साधते नजर आ सकते हैं। बता दें भाजपा और कांग्रेस में जहां सत्ता बचाने की कवायद चल रही है, वहीं भाजपा सत्ता पाने के लिए रणनीतियां तैयार कर रही है।
बता दें कि भाजपा ने सिंधिया का पार्टी में स्वागत करते हुए राज्यसभा का टिकट दे दिया है। लेकिन, भाजपा के स्थानीय नेताओं में नाराजगी भी देखी जा रही है। भाजपा के कद्दावर नेता प्रभात झा ने तो साफ तौर पर अपनी नाराजगी को जाहिर कर दिया है। हालांकि कैलाश विजयवर्गीय ने चुप्पी साधी हुई है। भाजपा को इस समय आंतरिक सियासत के साथ कांग्रेस के बागी विधायकों को भी साधना है। सिंधिया को लेकर उनके समर्थकों में उत्साह देखा जा रहा है। पूरे शहर को होर्डिंग से पाट दिया गया है।
सिंधिया ने किया कांग्रेस पर कड़ा प्रहार भाजपा में शामिल होते ही सिंधिया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय एवं मध्य प्रदेश के नेतृत्व पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि मौजदा कांग्रेस वास्तविकता से इंकार करती है और जड़वत हो गई है, जहां नये नेतृत्व को सही मान्यता नहीं मिल सकती है।सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस आज वह पार्टी नहीं रही जो पहले थी। उन्होंने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के आरोप भी लगाते हुए कहा कि राज्य में तबादला उद्योग और रेत माफिया बढ़ गया है।
सिंधिया ने भावुक स्वर में कहा कि व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसे मौके आते है जो जीवन बदल देते हैं। उनके जीवन में दो ऐसे मौके आए। पहला, 30 सितंबर 2001 को आया जब उन्होंने अपने पिताजी को खोया। दूसरा, 10 मार्च 2020, जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी, जहां जीवन में नई परिकल्पना और नया मोड़ का सामना करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि आज जो स्थिति उत्पन्न हुई है, उससे मन दुखी एवं व्यथित है।
उन्होंने कहा कि मैं कह सकता हूं कि जनसेवा के लक्ष्य को अब कांग्रेस के माध्यम से हासिल नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस में जो स्थिति निर्मित हो गई है, उसमें वह पहले वाला संगठन नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने वह आधार दिया जहां से राष्ट्रसेवा और जनसेवा की जा सकती है।
सिंधिया ने अपने कांग्रेस छोडऩे की तीन वजहें बताईं। पहला, कांग्रेस पार्टी वास्तविकता से इंकार कर रही है। दूसरा, कांग्रेस में नए नेतृत्व को मान्यता नहीं मिल रही है और तीसरा, 18 महीने में मध्य प्रदेश को लेकर जो सपने देखे थे वे पूरी तरह से बिखर गए हैं। बिना नाम लिए उनके निशाने पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ कमलनाथ रहे।