मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश : बीजेपी की पसंद बनते जा रहे हैं ज्योतिरादित्य, भाजपा के लिए 'संजीवनी' हैं सिंधिया के बयान

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:10 AM GMT
मध्यप्रदेश : बीजेपी की पसंद बनते जा रहे हैं ज्योतिरादित्य, भाजपा के लिए संजीवनी हैं सिंधिया के बयान
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भोपाल. ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक बयान के बाद मध्यप्रदेश की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान के बाद भाजपा नेता हमलाबर हो गए हैं तो खुद मुख्ंयमंत्री कमल नाथ अपनी सरकार के बचाव में उतर आए हैं। दरअसल, सिंधिया के बयान के बाद भाजपा अब सिंधिया के बयान को ही आधार बनाकर कमल नाथ सरकार पर हमला बोल रही है। हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान को भाजपाइयों ने पसंद किया हो। सिंधिया के बयान को कई बार भाजपा के नेता पसंद कर चुके हैं और उसका समर्थन भी कर चुके हैं।

क्या कहा था सिंधिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने एक दिवसीय भिंड जिले के दौरे पर कमल नाथ सरकार पर कर्जमाफी को लेकर हमला बोला था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि प्रदेश में किसाना को केवल 50 हजार रुपए का कर्ज माफ हुआ है, जबकि हमने 2 लाख रुपए तक के कर्जमाफी का वादा किया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया का यह बयान मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह को पसंद आया। ऐसा लगा जैसे सिंधिया ने खुद ही अपनी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एक मौका दे दिया। शिवराज सिंह के बयान को आधार बनाते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोला दिया।

क्या कहा शिवराज ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- न शिवराज और न जनता, अब तो आप के ही लोग आपको आईना दिखा रहे हैं और बता रहे हैं कि कर्ज़माफ़ी नहीं हुई कमलनाथ जी! क्या अब भी आपकी सरकार नहीं जागेगी? किसानों की आंखों के आंसू सूख गए लेकिन उनके बैंक खातों में पैसे नहीं आए! लाज-शर्म बची हो तो कर्जमाफी पर जल्द से जल्द फैसला लीजिये।

खुद कमलनाथ बचाव में उतरे सिंधिया के बयान पर के बाद सियासी हलचलों के बीच सीएम कमलनाथ शनिवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने सिंधिया के बयान का समर्थन भी किया तो बातों ही बातों में उन्होंने नसीहत भी दे दी। हालांकि ये नसीहत अकेले ज्योतिरादित्य सिंधिया को नहीं बल्कि अपनी ही पार्टी के कद्दावर नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को भी थी। कमल नाथ ने कहा- हमने पहली किश्त में 50,000 रुपये का कर्ज माफ कर दिया था। आगे हम 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे। मैं सहमत हूं कि यह 2 लाख रुपये का वादा था। मेरा मानना है कि जनता अपने नेता पर भरोसा करती है।

धारा 370 के समर्थन के बाद भाजपा को मिला था मुद्दा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का समर्थन करते हुए कहा था कि मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं क्योंकि यह फैसला देशहित में लिया गया है। जबकि कांग्रेस ने धारा 370 हटाए जाने का विरोध किया था। सिंधिया के बयान के बाद भाजपा ने सिंधिया की जमकर तारीफ की थी। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने सिंधिया के धारा 370 हटाए जाने का समर्थन करते हुए कहा था- सिंधिया ने धारा 370 हटाने का समर्थन कर साबित किया है कि वो राजमाता विजयाराजे सिंधिया के पौत्र हैं। प्रभात झा ने कहा था कि सिंधिया भाजपा के परिवार के ही हैं वो कोई अलग परिवार के नहीं हैं। उनके पिता माधव राव सिंधिया ( Madhavrao Scindia ) ने पहला चुनाव जनसंघ के चुनाव चिन्ह पर ही लड़ा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया वैसे तो राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ब्रिगेड के माने जाते हैं लेकिन राहुल गांधी से ज्यादा बड़ा उन्होंने भारत माता को माना है।

पवैया ने कहा था कांग्रेस छोड़ दें वहीं, मध्यप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने धारा 370 पर सिंधिया के समर्थन करने पर कहा था कि, सिंधिया जी कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाएं हम उनका स्वागत करेंगे।

अवैध रेत उत्खनन पर भी बोला था हमला ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अवैध रेत उत्खनन को लेकर भी कमलनाथ सरकार पर हमला था। उन्होंने कहा था कि अभी भी प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन हो रहा जो दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो मैं इसके खिलाफ झंड़ा उठाऊंगा।

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